Raghavendra Pratap Singh controversy : उत्तर प्रदेश के पूर्व भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने एक विवादित बयान दिया है, जिसने बिहार चुनाव से पहले भाजपा को परेशानी में डाल दिया है। सिंह ने एक जनसभा में कथित तौर पर हिंदू युवाओं से कहा कि यदि वे “दस मुस्लिम लड़कियों को हिंदू बनाएं” तो वह उनकी शादी का खर्च उठाने और उन्हें नौकरी देने का वादा करते हैं। उन्होंने यह बयान दो हिंदू लड़कियों के मुस्लिम लड़कों से शादी करने के बदले में दिया है।
राघवेंद्र प्रताप सिंह बोले- ’10 मुस्लिम लड़कियों को लाओ’
पूर्व भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने अपने भाषण में कहा, “अगर कोई हिंदू लड़की मुस्लिम लड़के के साथ जाती है, तो क्या यह पूरे हिंदू समुदाय का अपमान नहीं है? यदि दो गई हैं, तो… दो को लाना पर्याप्त नहीं है। कम से कम दस मुस्लिम लड़कियों को लाओ और उन्हें हिंदू बनाओ, और हम शादी के सभी खर्च वहन करेंगे, सुरक्षा देंगे और आरामदायक आजीविका के लिए नौकरी भी देंगे।”
योगी सरकार में हिन्दू डरते नहीं – राघवेंद्र प्रताप सिंह
पूर्व भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि पिछली सरकारों के दौरान हिंदुओं को डर में रहना पड़ता था, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन में अब ऐसा नहीं है। इस बयान की विपक्षी दलों ने निंदा की है। बसपा प्रमुख मायावती ने इसे सांप्रदायिक और जातिवादी नफरत फैलाने वाला बताया है और सरकार से ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मायावती ने की राघवेंद्र प्रताप सिंह की आलोचना
वहीं पूर्व भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के बयान पर मायावती ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, “‘मुस्लिम लड़की लाओ, नौकरी पाओ’ जैसे ताजा बयान के साथ-साथ धर्म परिवर्तन, लव जिहाद और नफरत फैलाने वाले विवादित नाम देकर सांप्रदायिक द्वेष और अशांति फैलाना अति निंदनीय है।” उन्होंने आगे कहा कि इन आपराधिक तत्वों को सरकार समर्थन और संरक्षण नहीं देना चाहिए, बल्कि उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
सपा और कांग्रेस ने नहीं भाजपा नेता की निंदा की
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने भी पूर्व भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस ने इन टिप्पणियों को शर्मनाक करार देते हुए भाजपा पर नफरत फैलाने और समाज को बांटने का आरोप लगाया है। डुमरियागंज से समाजवादी पार्टी की विधायक सैयदा खातून ने कहा कि ये टिप्पणियां “असहनीय, पूरी तरह से स्त्री-विरोधी और महिलाओं का वस्तुकरण” हैं।
यह भी पढ़े : Bihar Election 2025 : JDU में बगावत पर नीतीश की सर्जिकल स्ट्राइक, 48 घंटे में 16 नेता पार्टी से बाहर
