Chhath Puja Suran ki Chatni : छठपर्व वाली सूरन की चटनी थाली का स्वाद व परंपरा भी

Chhath Puja Suran ki Chatni : छठपर्व वाली सूरन की चटनी थाली का स्वाद व परंपरा भी – छठ पूजा का हर व्यंजन न सिर्फ स्वाद का प्रतीक है, बल्कि उसमें परंपरा और शुद्धता की महक भी होती है। ओल (सूरन या जिमीकंद) की चटनी छठ के व्रत में विशेष महत्व रखती है। यह स्वाद में तीखी और खट्टी होती है, लेकिन इसका सेवन पाचन के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। रीवा और बिहार के घरों में यह चटनी खासतौर पर नहाय-खाय या खरना के दिन बनती है। आइए जानें पारंपरिक ओल की चटनी बनाने की आसान विधि जो छठ पूजा के प्रसाद में ओल (सूरन) की चटनी का विशेष महत्व रखती है। जानिए पारंपरिक रेसिपी जिसमें सरसों, अजवायन और अदरक का स्वाद हर निवाले को खास बनाता है।

छठ पूजा स्पेशल ओल/सूरन बनाने की चटनी की सामग्री

  • ओल/सूरन/जिमीकंद – 250 ग्राम
  • नमक – स्वादानुसार
  • हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) – 2
  • पीली सरसों (पाउडर) – ½ छोटा चम्मच
  • अदरक (कसा हुआ) – 1 छोटा चम्मच
  • लहसुन (बारीक कटा हुआ) – 1 छोटा चम्मच
  • अजवायन – ½ छोटा चम्मच
  • कलौंजी – ½ छोटा चम्मच
  • सरसों का तेल – 2 बड़े चम्मच

छठ पूजा स्पेशल ओल/सूरन बनाने की विधि

ओल की तैयारी – सबसे पहले ओल को अच्छी तरह धो लें। फिर उसे छीलकर समान आकार के छोटे-छोटे चौकोर टुकड़ों में काट लें। ध्यान रखें कि ओल काटते समय हाथों पर सरसों का तेल लगाएं, क्योंकि यह कभी-कभी खुजली कर सकता है।
उबालना – कटे हुए ओल को पानी और थोड़ा नमक डालकर उबाल लें। जब यह अच्छी तरह पक जाए, तो पानी निकाल दें और इन्हें ठंडा होने के लिए सूखने दें।
चटनी तैयार करना – एक बाउल में अदरक, लहसुन, हरी मिर्च, पीली सरसों पाउडर, अजवायन, कलौंजी और नमक डालें। इसमें उबला हुआ ओल डालकर अच्छे से मिलाएं।
तेल और धूप की प्रक्रिया – अब सरसों का तेल ऊपर से डालें और इसे कुछ देर के लिए धूप में रख दें ताकि मसालों का स्वाद ओल में अच्छी तरह समा जाए।
स्टोर करें – तैयार चटनी को एक एयरटाइट कंटेनर में भरकर रखें। इसे कई दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

छठ में ओल की चटनी का महत्व

छठ पूजा में ओल की चटनी को पवित्र और सात्विक भोजन माना जाता है। इसमें सरसों का तेल, अजवायन और अदरक जैसे तत्व शरीर को पवित्र, ऊर्जावान और स्वस्थ बनाए रखते हैं। यह पाचन में सहायक होती है और मौसम बदलने के दौरान शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है।

निष्कर्ष – छठ पूजा के व्रत में ओल की चटनी न केवल स्वाद बढ़ाती है, बल्कि यह पारंपरिक और औषधीय दृष्टि से भी बेहद उपयोगी है। सरल सामग्री और सहज विधि से तैयार यह व्यंजन रीवा, बिहार और पूर्वांचल की लोकसंस्कृति का स्वादिष्ट प्रतीक है। अगली बार छठ पूजा में इस पारंपरिक रेसिपी को जरूर आज़माएं स्वाद और श्रद्धा, दोनों का संगम एक ही थाली में पाएँगे।

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