Chhath Puja Recipes in Hindi : छनुआ-बचका यानी पारंपरिक पकौड़े की रेसिपी – छठ पूजा न केवल आस्था और श्रद्धा का पर्व है, बल्कि स्वाद और परंपरा का भी संगम है। इस पर्व पर घर-घर में बनने वाले व्यंजनों की एक खास बात यह होती है कि उनमें सादगी के साथ देसीपन का अद्भुत मेल होता है। ऐसे ही तीन लोकप्रिय व्यंजन हैं ,बचका, छनुआ, और पकौड़े, जो नहाय-खाय से लेकर अर्घ्य के बीच के दिनों तक खाने में शामिल किए जाते हैं। छठ पूजा के पारंपरिक व्यंजन बचका, छनुआ और पकौड़े बनाने की आसान विधि जानें। बेसन और सब्जियों से बने ये स्नैक व्रती भोजन का खास हिस्सा होते हैं।
छठ पूजा स्पेशल छनुआ बचका बनाने की आवश्यक सामग्री
- सब्जियां – आलू, बैंगन, कच्चा केला, मटर, पालक के पत्ते, प्याज/लहसुन के पत्ते, फूलगोभी
- बेसन – 1 कप
- चावल का आटा – 2 टेबल स्पून
- अदरक-लहसुन-मिर्च का पेस्ट – 1 टेबल स्पून
- नमक – स्वादानुसार
- अजवाइन – आधा छोटा चम्मच
- पानी – आवश्यकता अनुसार (घोल बनाने के लिए)
- सरसों का तेल – तलने के लिए

छठ पूजा स्पेशल छनुआ बचका बनाने की पारंपरिक विधि
बचका (तवे पर पकाई जाने वाली डिश)
आलू, बैंगन और कच्चे केले को पतले-पतले गोल स्लाइस में काटें।
बेसन में चावल का आटा, नमक, अजवाइन और अदरक-लहसुन-मिर्च का पेस्ट डालकर गाढ़ा घोल बनाएं।
स्लाइस को घोल में डुबोकर तवे पर सरसों के तेल में धीमी आंच पर सेंकें।
दोनों ओर से सुनहरा और कुरकुरा होने तक पकाएं। यह है बचका छठ की थाली में सबसे पसंदीदा कुरकुरा व्यंजन!
छनुआ (डीप फ्राई स्नैक)
मटर, पालक के पत्ते या प्याज/लहसुन के पत्तों को इसी बेसन घोल में अब इन्हें गरम तेल में डीप फ्राई करें। जब ये फूलकर सुनहरे भूरे हो जाएं, तब तेल से निकालकर पेपर टॉवल पर रखें। यही कहलाते हैं छनुआ फूले-फूले और सुगंधित स्वाद से भरपूर .
पकौड़े (सब्जीदार कुरकुरे व्यंजन)
- आलू, फूलगोभी और बैंगन जैसी सब्जियों को हल्के पतले टुकड़ों में काटें।
- इन्हें बेसन के पतले घोल में नमक और मसालों के साथ मिलाएं।
- गरम सरसों के तेल में डीप फ्राई करें जब तक यह कुरकुरा और सुनहरा न हो जाए। इस तरह तैयार होते हैं पकौड़े जो हर मौसम में स्वाद का तड़का लगाते हैं!
निष्कर्ष – छठ पूजा की थाली में देसी स्वाद का आनंद
बचका, छनुआ और पकौड़े सिर्फ खाने की चीज़ें नहीं हैं, बल्कि बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश की संस्कृति और परंपरा का हिस्सा हैं। छठ के पावन दिनों में जब सरसों के तेल की खुशबू रसोई में फैलती है, तो वह केवल भोजन नहीं, बल्कि श्रद्धा की सुगंध बन जाती है। तो इस छठ पूजा पर तय कीजिए ।
