इंदौर के रजत की कप्तानी आई काम, आईपीएल ट्राफी आरसीबी के नाम, पिता बोले- बेटा ऑलराउंडर

आईपीएल। आईपीएल 18वें सीजन का फाइनल मैच मंगलवार की रात खेला गया। जिसमें रॉयल चौलेंजर्स बेंगलुरु ने फाइनल मैच जीत कर यह ट्राफी अपने नाम कर लिया है।इंदौर के रजत पाटीदार की कप्तानी में रॉयल चौलेंजर्स बेंगलुरु पहली बार आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम किया है। जिसके चलते मध्यप्रदेश एवं इंदौर में भी इस सफलता पर जश्न है और खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है। जैसे ही फाइनल मुकाबला में रॉयल चौलेंजर्स बेंगलुरु ने जीत दर्ज किया तो इंदौर के राजवाड़ा पर जश्न का माहौल बन गया। यहां युवा बड़ी संख्या में इकट्‌ठा हुए और आरसीबी की जीत का जश्न मनाने लगे। कई युवाओं ने पटाखे फोड़े और कई ने भारत माता की जय के नारे लगाए।

इंदौर की कप्तानी आई काम

ज्ञात हो कि आईपीएल की शुरूआत साल 2008 में हुई थी। तब से रॉयल चौलेंजर्स बेंगलुरु की टीम फाइनल विजेता बनने के लिए जोर लगा रही थी। यह टीम तीन बार 2009, 2011 और 2016 में फाइनल में पहुंची लेकिन एक बार भी चौंपियन नहीं बन सकी। इस टीम में फाफ डूप्लेसिस और उसके पहले विराट कोहली भी कप्तान रह चुके हैं, लेकिन यह पहला मौका है एमपी के होनहार खिलाड़ी की कप्तानी में रॉयल चौलेंजर्स बेंगलुरु 18 साल में पहली बार आईपीएल विजेता बना है।

पिता बोले- बेटा ऑलराउंडर

17 साल से आईपीएल में आरसीबी ने कई कप्तान बदले पर रजत इस टीम के लिए लकी कप्तान साबित हुए। रजत ने इस आईपीएल में 15 मैच में 143.77 के स्ट्राइक रेट से 312 रन बनाए। इस सीजन वे दो फिफ्टी भी लगा चुके हैं। अब तक रजत आईपीएल में 1111 रन बना चुके हैं। रजत के पिता मनोहर कहना है कि रजत का बचपन अपने से बड़े लड़कों के साथ क्रिकेट खेलते हुए निकला। बेटा ऑलराउंडर है। राइट हैंडेड बैट्समैन तो है ही ऑफ स्पिनर भी बहुत अच्छा है।

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