MP Lakhpati Bahna: लाड़ली बहना को लखपति कैसे बनाएंगे शिवराज?

लखपति बहना योजना

लखपति बहना योजना : प्रदेश में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लाडली बहना योजना की शुरुआत की गई थी. प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद शिवराज सिंह चौहान ने अपनी लाड़ली बहनों के लिए एक और तोहफा देने का वादा कर दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज लगातार अपनी बहनों से मिल रहे हैं. करोड़ों महिलाएं लाडली योजना के तहत उनका बखान गा रही हैं. शिवराज सिंह चौहान एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान कहा कि लाडली बहना योजना के बाद अब लखपति योजना (lakhapati bahana Yojana) का अभियान चलाया जाएगा।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मध्य प्रदेश में लाखों बहनों को लखपति योजना का लाभ दिया जाएगा। खैर अभी तक लखपति योजना के लिए कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है. लेकिन मामा शिवराज सिंह ने कहा ‘लाडली बहनों को लखपति बनाना हमारा संकल्प है’. उनकी जरूरतों की पूर्ति करना हमारा कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि अब मेरी बहनों को किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं होगी। मध्य प्रदेश में बहुत ही जल्द लखपति बहना योजना को आरंभ किया जाएगा।

कैसे बनाएंगे लाड़ली बहनों को लखपति?

शिवराज सिंह चौहान ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में जो महिला गरीब परिवार से है. उन महिलाओं को लखपति बनाने के अभियान में शामिल किया जाएगा। प्रदेश के निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का उदेश्य है कि प्रदेश की कोई भी महिला गरीब एवं लाचार नहीं हो प्रदेश की हर महिला आत्मनिर्भर हो. सूबे के निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना के तहत आर्थिक सहायता प्रदान कर गरीब परिवार की महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाया है. शिवराज ने कहा अब गरीब परिवार की बहनें गरीब नहीं रहेंगी उन्हें लखपति अभियान में शामिल कर लखपति बनाया जाएगा। निवर्तमान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब तक लाड़ली बहनों की आत्मनिर्भर नहीं बना देता मेरा संकल्प पूरा नहीं होगा।

ऐसे में एक सवाल उठता है कि ये संकल्प शिवराज सिंह चौहान कैसे पूरा करेंगे। मना की प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत हुई है. पार्टी प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है. अभी तक पार्टी मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं की है. ऐसे में एक प्रश्न जो दीमक में उठता है कि जब वो मुख्यमंत्री नहीं हैं. पार्टी ने मुख्यमंत्री के तौर पर उनके नाम की घोसणा भी नहीं कि ऐसे में वो इतने कॉन्फिडेंट कैसे हैं? क्या उन्हें पार्टी की तरफ से कोई इनपुट मिला है कि मुख्यमंत्री आप ही होंगे? ऐसे कई सवाल हैं जो मन में उठते हैं. तो आइए मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं की गणित समझते हैं.

Madhya Pradesh Politics: मध्य प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. इस समय प्रदेश की जनता के मन में एक सवाल चल रहा है कि सूबे का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? सीएम पद के दावेदारों की लिस्ट लम्बी है. इस लिस्ट में प्रह्लाद पटेल जैसे बड़े OBC नेता हैं तो, बीजेपी कार्यकर्ताओं की पहली पसंद कैलाश विजयवर्गीय जैसे केंद्रीय नेता है जो अपने बयानों में कई बार कह भी चुके हैं कि मुझे बस विधायकी का चुनाव लड़ने के लिए नहीं भेजा गया है. जानकर तो यह भी कह रहे हैं कि भाजपा नए ओबीसी चेहरे पर विचार कर रही है. यही वजह है कि शीर्ष नेतृत्व ने नए चुने गए ओबीसी विधायकों की लिस्ट मांगी है। ऑब्जर्वर इसमें विधायक दल के नेता यानी सीएम की घोषणा करेंगे।

MP New CM: सूत्रों के अनुसार, आलाकमान मप्र में CM को लेकर OBC चेहरे की ओर बढ़ रहा है। शिवराज सिंह चौहान के बदलने की स्थिति में प्रहलाद पटेल का नाम सबसे आगे है। बिल्कुल नया ओबीसी फेस देने पर भी विचार हो रहा है। अगर ओबीसी कार्ड नहीं चला तो ऐसे में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का नाम सीएम की रेस में सबसे आगे होगा। इसके अलावा मध्य प्रदेश में भी डिप्टी सीएम के फॉर्मूले को लागू किया जाएगा।

बात अगर मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की करे तो मामा शिवराज बहुत सेफ खेल रहे हैं. चुनाव प्रचार के दरमियान शिवराज और मोदी के बीच आपसी मनमुटाव साफ दिखाई दे रहा रहा था. लेकिन 3 दिसंबर को मतगणना के बाद जिस तरह से शिवराज मामा मोदी की बढ़ाई करते नहीं थक रहे हैं. इससे साफ अंदाजा लगाया जा रहा है कि शिवराज भले सार्वजानिक जगह में ये कहते हुए फिर रहे हों कि पार्टी जो निर्णय लेगी वो मुझे स्वीकार है लेकिन उनकी मनसा पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाने की है. भले ही शिवराज मध्यप्रदेश भाजपा के बड़े नेताओं की तरह नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मिलने न गए हो. लेकिन छिंदवाड़ा में जिस तरह से चुनावी अभियान में है. इससे तो राजनितिक पंडित यही कह रहे हैं की शिवराज सिंह चौहान सीएम पद की शपत लेने की मनसा पाले हुए हैं.

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