MP Vidhansabha Chunav 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चूका है लेकिन अभी तक कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की है. इंतजार की घंडी अब ख़त्म होने वाली है. ऐसी अटकले आ रहीं हैं कि कांग्रेस मध्यप्रदेश में 110 से 130 सीटों की पहली सूचि 15 अक्टूबर को जारी करने जा रहीं है. इसके लिए दिल्ली AICC हेडक्वार्टर में बैठक हो रही है. दूसरी बैठक शनिवार को होगी। सभी 230 सीटों पर 2 चरणों में उम्मीदवारों के नाम तय करने की तयारी है. ऐसी खबर मिल रही है कि पहली सूचि में 110 से 130 कोडिडेट्स के नाम होंगे.
दूसरी सूचि में बची सीटों के प्रत्याशियों के नाम होंगे। बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष कलामनाथ 77 साल के हो गए हैं, नाथ पूरी तयारी के साथ चुनावी मैदान में हैं. ये उनका आखिरी चुनाव भी हो सकता है. वो छिंदवाड़ा से लड़ने का एलान भी कर चुके हैं. वहीं राजनगर से निधि चतुर्वेदी को उतारने का विचार चल रहा है. इस सीट से विधायक कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा को बिजावर सिफ्ट करने की चर्चा है. भोपाल की दक्षिण– पक्षिम सीट से विधायक पीसी शर्मा को नरेला से लड़ाया जा सकता है.
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MP Vidhansabha Chunav 2023: विधायक जिनके टिकट कट सकते हैं
आरिफ अकील: 71 साल के आरिफ अकील गंभीर बीमारियों से जूझ रहें हैं. वे खुद चुनाव नहीं लड़ना चाहते है. आरिफ अकील अपनी सीट (भोपाल उत्तर) से अपने बेटे आतिफ को मैदान में उतरने की सोच रहे हैं, लेकिन उनके भाई अमीर रास्ते का रोड़ा बने हुए हैं. आमिर अपने भाई कि सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं.
अजब सिंह कुशवाहा: मुरैना जिले की सुमावली विधानसभा से वर्त्तमान में विधायक हैं, लेकिन न्यायालय इन्हे दो साल की सजा सुना चुकी है. अजब सिंह कुशवाहा के खिलाफ रियल एस्टेट कारोबार में धोखाधड़ी के गंभीर आरोप लग चुके हैं. ऐसे में इनको टिकट मिलना मुश्किल है.
पांचीलाल मेंडा: पांचीलाल मेंडा पहली बार 2008 में धार जिले की धरमपुरी सीट से विधायक बने थे. फिर दस साल के लम्बे इंतजार के बाद 2018 में विधायक बने. कांग्रेस के तमाम सर्वे में उनकी रिपोर्ट ठीक नहीं आ रही है. जिससे पार्टी किसी नये चेहरे को चुनावी मैदान में उतरने की सोच रही है.
शिवदयाल बागरी: पन्ना जिले की गुन्नौर सीट से पहली बार विधानसभा पहुंचे शिव दयाल बागरी की सर्वे रिपोर्ट अच्छी नहीं मिली। लिहाजा इस सीट से बदलाव हो सकता है.
सुरेश राजे: ग्वालियर जिले की डबरा सीट के विधायक सुरेश राजे कई बार विवादों में आ चुके हैं. उनके कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हैं. इसलिए इस सीट में बदलाव हो सकता है.
कांतिलाल भूरिया अपने बेटे विक्रांत को लड़ाना चाहते हैं चुनाव
झाबुआ सीट से वर्त्तमान विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया खुद चुनाव न लड़के, अपने बेटे विक्रांत को चुनावी मैदान में उतारने की सोच रहे हैं. विक्रांत वर्त्तमान में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. उनका नाम लगभग तय माना जा रहा है.
विधायक सचिन बिरला बीजेपी ज्वाइन कर चुके हैं
खरगोन जिले की बड़गाह सीट से कांग्रेस के टिकट से विधायक बने सचिन बिरला दो साल पहले ही BJP को समर्थन दे दिए थे. वो चार दिन पहले औपचारिक रूप से BJP में शामिल हो चुके हैं. ऐसे में इस सीट से कांग्रेस नया चेहरा उतारेगी।