Elon Musk Salute Controversy In Hindi : मस्क ने एक बार फिर से दुनिया को हिला दिया, लेकिन इस बार उनके किसी रॉकेट या कार ने नहीं, बल्कि उनके ‘सलामी’ देने के अद्भुत अंदाज ने! सवाल यह है कि यह एक मजाक था, सीनाजोरी थी, या दुनिया के तानाशाहों की वैचारिकी के साथ खड़ा होने का संदेश? नमस्कार, स्वागत है आपका शब्द साँची के कार्यक्रम में. हम आपको इस खबर में इस विवाद के सभी पहलुओं के बारे में विस्तार से थोड़ा अलग अंदाज और अलग लहजे में बताने वाले हैं. आपको हमारे साथ खबर के अंत तक बने रहना है बस. चलिए अब खबर को आगे बढ़ाते हैं. मस्क साहब, क्या आपके पास कंट्रोवर्सी की कोई फैक्ट्री है, जहां हर दिन कुछ नया इजात होता है? ‘सलामी’ देकर आपने क्या साबित किया कि आप सिर्फ टेक्नोलॉजी के बादशाह नहीं, बल्कि विवादों के शहंशाह भी हैं? डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण के दौरान आपकी सलामी भी विवादों में आ गई. दुनिया भर के देशों ने इसे अपने अपने तरीके से परिभाषित कर प्रतिक्रिया दी है.
चलो मान लिया कि आप एक ‘जीनियस’ हैं, लेकिन यह जीनियस सलामी का आइडिया किस प्रयोगशाला में तैयार हुआ? क्या आप दुनिया को यह बताना चाहते हैं कि तानाशाहों के तौर-तरीकों में भी कुछ ‘इनोवेशन’ हो सकता है? या फिर यह सिर्फ एक वायरल क्लिप के लिए आपका छोटा-सा प्रयास था? मस्क जी, एक सवाल, आप जब सलामी दे रहे थे, क्या आपने सोच लिया था कि ट्विटर पर ट्रेंडिंग होना आपकी डेस्टिनी है? या फिर यह आपकी ‘ब्रांडिंग स्ट्रेटेजी’ का हिस्सा था? देखिए, मस्क साहब, दुनिया में गरीबों की भूख, ग्लोबल वॉर्मिंग, और आर्थिक संकट जैसी समस्याएं तो हैं ही, लेकिन आपने दिखा दिया कि ‘सलामी विवाद’ भी एक ग्लोबल समस्या बन सकती है। क्या आप यह संदेश दे रहे हैं कि विवाद और टेक्नोलॉजी में उतना ही नजदीकी रिश्ता है, जितना आपकी और ट्विटर की ‘फ्रीडम ऑफ स्पीच’ की लड़ाई में है?
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लेकिन ठहरिए! यह सिर्फ मजाक भर नहीं हो सकता। हिटलर के दौर से लेकर आधुनिक तानाशाहों तक, सलामी का अंदाज हमेशा शक्ति और समर्थन का प्रतीक रहा है। तो मस्क साहब, क्या आपकी यह हरकत केवल एक ‘जेस्चर’ थी, या इसके पीछे आपके विचारों का कोई गहरा इशारा था? आप इस सलामी से किनका समर्थन कर रहे थे? इतिहास बन चुके हिटलर और मुसोलिनी का या आज के दौर के तानाशाह ट्रम्प का, पुतिन का, या फिर उनकी विचारधारा का? मिस्टर मस्क, आप टेक्नोलॉजी में जितने आगे हैं, उतने ही विवादों में भी आगे बढ़ते जा रहे हैं। क्या कभी ऐसा भी दिन आएगा जब आपकी खबरें सिर्फ स्पेस मिशन और इलेक्ट्रिक कारों तक सीमित रहेंगी? या फिर हमें हर रोज एक नई ‘सलामी’ का इंतजार करना होगा?
दुनिया भर में मस्क साहब आपके तौर तरीकों पर पहले भी सवाल उठे हैं और हाल के आपके सलामी के अंदाज पर भी बवाल मचा हुआ है. किसी ने कहा ‘यह हरकत मस्क की समझदारी पर सवाल उठाती है। लोकतंत्र में ऐसे प्रतीकात्मक इशारे अस्वीकार्य हैं।’ तो किसी ने कहा ‘मस्क हमेशा कुछ अलग करते हैं, लेकिन यह कदम ज्यादा गंभीर सोच के बिना उठाया गया लगता है। चीन की मीडिया ने इसे ‘पब्लिसिटी स्टंट’ कहते हुए लिखा, ‘मस्क जानते हैं कि कैसे सुर्खियों में बने रहना है। लेकिन यह कदम उनकी गंभीरता पर सवाल खड़े करता है। रुसी मीडिया ने कहा कि मस्क के इस कदम को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ‘सलामी विवाद’ को लेकर टेस्ला के मालिक एलन मस्क का बचाव किया है। नेतन्याहू के मुताबिक टेक दिग्गज को बदनाम किया जा रहा है।
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दोस्तों, यह था एलन मस्क का ‘सलामी विवाद’, जिसमें केवल एक हरकत ने पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया। लेकिन असली सवाल यह है, क्या मस्क के ऐसे कदम उनके व्यक्तित्व का हिस्सा हैं, या यह उनके विचारों की गहराई को दर्शाते हैं? आपका इस पर क्या कहना है? क्या यह महज एक मजाक था, या मस्क ने दुनिया को एक बड़ा संदेश दिया है? हमें कमेंट में जरूर बताएं! अगर आपको यह वीडियो पसंद आया हो, तो लाइक और सब्सक्राइब करना न भूलें। और हां, बेल आइकन जरूर दबाएं ताकि हमारे हर नए वीडियो की जानकारी सबसे पहले आपको मिले। जुड़े रहिये हमारे साथ शब्द साँची पर. धन्यवाद!