Bihar Pre Election Survey : बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच, जेवीसी सर्वे ने राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है। इस सर्वे ने बिहार की राजनीति को चौंका दिया है। दरअसल, सर्वे ने एक तरफ तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवार बताया है तो दूसरी ओर नीतीश कुमार की लोकप्रियता को झटका दिया है।
बिहार में तेजस्वी ने नीतीश को छोड़ा पीछे
जेवीसी सर्वे के अनुसार, महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव को 33 प्रतिशत मतदाताओं ने मुख्यमंत्री के रूप में चुना है। वहीं, मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 29 प्रतिशत लोग पसंद करते हैं। इसके अतिरिक्त, पहली बार चुनाव लड़ रहे प्रशांत किशोर और चिराग पासवान को भी 10-10 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन मिला है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को 9 प्रतिशत लोग मुख्यमंत्री पद के लिए उपयुक्त मानते हैं।
सर्वे ने महागठबंधन का पलड़ा भारी
यह सर्वे 23 से 30 अक्टूबर के बीच किया गया, जिसमें 32,657 लोगों से फोन कॉल और सीधे बातचीत के माध्यम से राय ली गई है। सर्वे में 5 प्रतिशत मतदाताओं का मानना है कि महागठबंधन का कोई और चेहरा भी मुख्यमंत्री बन सकता है, जबकि 4 प्रतिशत ने किसी अन्य भाजपा नेता पर भरोसा जताया है।
सर्वे में एनडीए और महागठबंधन को मिल रहीं इतनी सीटें
जहां तक सीटों का सवाल है, तो एनडीए को अधिक सीटें मिलने का अनुमान है। सर्वे के अनुसार, एनडीए 120 से 140 सीटें जीत सकता है, जबकि महागठबंधन को 93 से 112 सीटें मिलने का अनुमान है। बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 सीटें है।
पार्टीवार सीटें बांटें तो एनडीए में भाजपा को 70 से 81, जेडीयू को 42 से 48, और लोजपा (रामविलास) को 5 से 7 सीटें मिल सकती हैं। अन्य छोटे दलों जैसे HAM और RLM को भी दो-दो सीटें मिल सकती हैं। वहीं, महागठबंधन में आरजेडी को 69 से 78 सीटें, कांग्रेस को 9 से 17, सीपीआई (एमएल) को 12 से 14, सीपीआई को 1, और सीपीआई (एम) को 1-2 सीटें मिलने का अनुमान है।
सीएम पद के लिए तेजस्वी यादव लोकप्रिय
हालांकि, तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे पसंदीदा हैं, सीटों के आंकड़ों में एनडीए मजबूत स्थिति में दिख रहा है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये सर्वे केवल संभावनाओं को दर्शाते हैं; असली तस्वीर 14 नवंबर को चुनाव परिणामों के बाद ही स्पष्ट होगी।
