Army Chief General Dwivedi gave ‘Three-A’ mantra of success to students: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी शनिवार को सतना पहुंचे। जहां वे 53 साल बाद अपने बचपन के स्कूल सरस्वती हायर सेकेंडरी स्कूल गए। जनरल द्विवेदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें भविष्य में सफलता प्राप्त करने का महत्वपूर्ण मंत्र दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति के सफलता की नींव विद्यार्थी जीवन में ही रखी जाती है, इसलिए छात्रों को अपने दृष्टिकोण और क्षमताओं को मजबूत करना चाहिए।
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छात्रों को दिया सफलता के लिए एक प्रभावी मंत्र
जनरल द्विवेदी ने छात्रों को सफलता के लिए एक प्रभावी मंत्र दिया, जिसे उन्होंने ‘थ्री-ए’ (Three-A) बताया। इस मंत्र में तीन प्रमुख तत्व शामिल हैं। पहला ‘ए’ है Attitude (दृष्टिकोण) उन्होंने कहा कि सही Attitude से ही सकारात्मक दृष्टिकोण और पॉजिटिविटी आती है। दूसरा ‘ए’ है Adaptability (अनुकूलन क्षमता) यह आपको अपने अंदर समय के साथ आवश्यक बदलाव लाने में सक्षम बनाती है। तीसरा ‘ए’ है Ability (क्षमता) यह वह गुण है जो आपको हर क्षेत्र में सफलता दिलाएगा।
2047 के विकसित भारत के लिए राष्ट्र सेवा जरूरी
आर्मी चीफ ने छात्रों को राष्ट्र निर्माण के प्रति उनकी जिम्मेदारी भी याद दिलाई। उन्होंने जोर देकर कहा कि कठिन परिश्रम करने वाला ही भविष्य में देश का निर्माण करता है। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे किसी भी क्षेत्र में हों, राष्ट्र सेवा में अपना योगदान दें। जनरल द्विवेदी ने कहा, “आप वर्दी में हों या सिविल ड्रेस में, राष्ट्र सेवा में अपना योगदान दें। यह देश हमारा है। जब हम सब मिलकर काम करेंगे तभी 2047 का विकसित भारत बनेगा।” जनरल द्विवेदी का यह संबोधन छात्रों को न केवल व्यक्तिगत सफलता के लिए, बल्कि राष्ट्रीय विकास के लिए भी प्रेरित करने वाला रहा।
