रक्तदाता दिवस। ब्लड हमारे शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह जीवित रहने, अंगों को ऑक्सीजन पहुंचाने और संक्रमण से लड़ने का काम करता है। शरीर में ब्लड की कमी जानलेवा हो सकती है। इसी कमी को पूरा करने के लिए और किसी जरूरतमंद को रक्त का दान करने के लिए हर साल 14 जून को रक्तदाता दिवस मनाया जाता है।
2004 में हुई थी शुरूआत
यह कार्यक्रम पहली बार 2004 में चार प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा आयोजित किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस और रेड क्रीसेंट सोसाइटीज़; इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ब्लड डोनर ऑर्गेनाइजेशन और इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ ब्लड ट्रांसफ्यूजन सुरक्षित रक्त और रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, और रक्तदाताओं को उनके स्वैच्छिक, जीवनरक्षक रक्त दान के लिए धन्यवाद देने के लिए, विश्व रक्तदाता दिवस विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मनाया गया।
डोनेट ब्लड देता है नई जिंदगी
रक्त और रक्त उत्पादों का आधान हर साल लाखों लोगों की जान बचाने में मदद करता है। यह उन रोगियों की मदद कर सकता है जो जीवन के लिए ख़तरनाक स्थितियों से पीड़ित हैं और लंबे समय तक और उच्च गुणवत्ता वाले जीवन जीते हैं। जटिल चिकित्सा और शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं का समर्थन करता है। मातृ और प्रसवकालीन देखभाल में भी इसकी एक आवश्यक, जीवन रक्षक भूमिका है। सुरक्षित और पर्याप्त रक्त और रक्त उत्पादों तक पहुँच प्रसव के दौरान और प्रसव के बाद गंभीर रक्तस्राव के कारण मृत्यु और विकलांगता की दरों को कम करने में मदद कर सकती है।
कार्ल लैंडस्टीनर की जंयती पर मनाया जाता है यह दिवस
विश्व रक्तदाता दिवस हर साल 14 जून को दुनिया भर के लोगों द्वारा मनाया जाता है। यह 14 जून 1868 को कार्ल लैंडस्टीनर की जयंती पर मनाया जाता है। लैंडस्टीनर को एबीओ रक्त समूह प्रणाली की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
रक्तदान की प्रमुख बातें
एक बार रक्तदान करके आप तीन लोगों की जान बचा सकते हैं।
18 से 65 वर्ष का स्वस्थ व्यक्ति चाहे वह महिला हो या पुरुष हो, हर तीन महीने में रक्तदान कर सकता है।
एक साल में तीन से चार बार रक्तदान किया जा सकता है।
रक्तदान से शरीर में नई त्ठब्े बनने की प्रक्रिया तेज होती है।
रक्तदान करने से कमजोरी नहीं आती है और ना ही प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है।
टैटू बनवाने के बाद रक्तदान करने के लिए तीन महीने की अवधि तक प्रतीक्षा करनी चाहिए, हालांकि टैटू सरकारी लाइसेंस वाले टैटू पार्लर से बनवाया गया हो।
जिन व्यक्तियों ने पियर्सिंग करवाई है, वे बिना किसी समस्या के रक्तदान कर सकते हैं, बशर्ते पियर्सिंग के दौरान इस्तेमाल किया गया उपकरण सिंगल यूज वाला हो।
रक्तदान करने के लिए डोनर के पास प्रति डेसीलिीर 12.5 ग्राम हीमोग्लोबिन होना चाहिए, इससे कम होने पर वे अयोग्य हो जाते हैं।