World Food India 2023 क्या है? जानें

WORLD FOOD INDIA

PM Narendra Modi ने 3 नवंबर को दिल्ली में वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2023 का उद्घाटन किया है. पीएम मोदी ने वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2023 के हिस्से के रूप में फ़ूड स्ट्रीट का भी उद्घाटन किया है. खाद्य क्षेत्र में निवेश और कारोबार शुरू करने में आसानी पर फोकस के साथ कार्यक्रम में सीईओ की गोलमेज बैठकें होने वाली हैं. लेकिन हम आपको ये बताने वाले हैं कि ‘वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2023’ क्या है?

World Food India 2023 क्या है?

‘वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2023’ के दूसरे संस्करण का लक्ष्य भारत को दुनिया की खाद्य टोकरी प्रदर्शित करना और 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाना है. स्वयं सहायता समूहों को मजबूत करने के लिए, पीएम एक लाख से अधिक सदस्यों के लिए प्रारंभिक पूँजी सहायता वितरित करेंगे। यह भारतीय खाद्य अर्थव्यवस्था का प्रवेश द्वार है. जो भारतीय और विदेशी निवेशकों के बीच साझेदारी की सुविधा प्रदान करता है.

यह वैश्विक खाद्य पारिस्थितिकी तंत्र निर्माताओं, उत्पादकों, खाद्य प्रोसेसरों, निवेशकों, नीति निर्माताओं और संगठनों का एक अनोखा जमावड़ा है। इस कार्यक्रम में वैश्विक खाद्य मूल्य श्रृंखला के साथ-साथ खुदरा, प्रसंस्करण, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, विनिर्माण और कोल्ड चेन लॉजिस्टिक्स को प्रदर्शित करने, जुड़ने और सहयोग करने का एक आशाजनक मंच है. नई दिल्ली में यह कार्यक्रम 3 से 5 नवंबर तक होगा.

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कही मुख्य बातें

1. पीएम ने कहा कि टेस्ट और टेक्नोलॉजी का ये फ्यूजन एक नए भविष्य को जन्म देगा। एक नई इकोनॉमी को गति देगा। बदलती दुनिया में 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक फ़ूड सिक्योरिटी भी है.

2. पीएम ने कहा कि 9 वर्षों में फ़ूड इंडस्ट्री सेक्टर में 50 हजार करोड़ का एफडीआई आया है. ये भारत सरकार की Pro Industry और Pro Farmers Policies का परिणाम है. हमने फ़ूड प्रोसेसिंग सेक्टर के लिए पीएलआई की स्कीम प्रारम्भ की है.

3. उन्होंने कहा पिछले 9 वर्षों में प्रोसेस्ड फ़ूड के निर्यात में 150 फीसदी की वृद्धि हुई है. आज हमारा कृषि-निर्यात विश्व स्तर पर सातवें स्थान पर पहुंच गया है. खाद्य क्षेत्र में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जिसमें भारत ने प्रगति न की हो.

4. भारत में ना केवल सांस्कृतिक विविधता है, बल्कि व्यंजनों की भी समृद्ध विविधता है. यह खाद्य विविधता दुनिया भर के निवेशकों के लिए लाभांश के रूप में कार्य करती है.

5. पीएम ने कहा कि मिलेट्स हमारी ‘Super Food Bucket’ का हिस्सा है. भारत में हमने इसे श्रीअन्न की पहचान दी है. भारत की पहल पर आज दुनिया में एक बार फिर मिलेट्स को लेकर जागरूकता अभियान शुरू हुआ है. मुझे विश्वास है कि जैसे योग को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाया, वैसे ही अब मिलेट्स भी दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचेंगे।

6 उन्होंने कहा भारत में शहरीकरण हो रहा है और रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ-साथ पैकेज्ड फ़ूड की मांग भी बढ़ रही है. इन महत्वाकांक्षी नीतियों के साथ तालमेल बिठाने के लिए आपकी योजनाएं भी उतनी ही महत्वाकांक्षी होनी चाहिए। खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में, इसकी सफलता में योगदान देने वाले तीन मुख्य कारक हैं। ‘छोटे किसान, छोटे उद्योग और महिलाएं’।

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