भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग (Tatkal Ticket Booking) को और पारदर्शी बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। जून 2025 से तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ई-आधार वेरिफिकेशन (e-Aadhaar Authentication) अनिवार्य कर दिया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि इस कदम से फर्जी बुकिंग और दलालों की गतिविधियों पर रोक लगेगी, जिससे वास्तविक यात्रियों को आसानी से कन्फर्म टिकट मिल सकेगा (IRCTC Tatkal Booking New Rule).
नए नियम के तहत, तत्काल टिकट बुकिंग के पहले 10 मिनट केवल उन IRCTC खाताधारकों के लिए होंगे, जिनके खाते आधार से लिंक होंगे। इस दौरान IRCTC के अधिकृत एजेंट्स को बुकिंग की अनुमति नहीं होगी (Tatkal Booking Priority). रेलवे के आंतरिक ऑडिट में पाया गया कि 13 करोड़ IRCTC खातों में से केवल 1.2 करोड़ खाते ही आधार से लिंक हैं, और 2.5 करोड़ फर्जी खातों का पता चला है
रेलवे ने AI-आधारित तकनीक (AI-Powered Bot Mitigation) का उपयोग कर पिछले छह महीनों में 2.4 करोड़ संदिग्ध खातों को निष्क्रिय किया है। यात्रियों को अब बुकिंग के समय अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर OTP प्राप्त करना होगा, जिसे IRCTC वेबसाइट पर दर्ज करना होगा (Aadhaar OTP Verification). इससे बुकिंग प्रक्रिया सुरक्षित और तेज होगी।
रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, रोजाना लगभग 2,25,000 यात्री तत्काल टिकट बुक करते हैं, लेकिन बॉट्स और फर्जी खातों के कारण ज्यादातर टिकट कुछ ही सेकंड में बुक हो जाते हैं (Tatkal Booking Challenges). 22 मई 2025 को एक मिनट में रिकॉर्ड 31,814 टिकट बुक हुए, जो सिस्टम की मजबूती को दर्शाता है। नए नियमों के तहत, गैर-आधार सत्यापित खातों को तत्काल या प्रीमियम तत्काल टिकट बुक करने के लिए पंजीकरण के तीन दिन बाद तक इंतजार करना होगा
रेल मंत्री ने कहा, “यह बदलाव वास्तविक यात्रियों के लिए तत्काल टिकट बुकिंग को आसान बनाएगा।” रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपने IRCTC खाते को आधार से लिंक करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी साइबर क्राइम पोर्टल पर दें (IRCTC Cyber Crime Reporting). यह कदम तत्काल बुकिंग को और अधिक सुरक्षित और निष्पक्ष बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है