Jio और Airtel दोनों की SpaceX Starlink से डील! ये कैसे हुआ?

Jio SpaceX Deal In Hindi/ Airtel Starlink Deal: पिछले दिन 11 मार्च की बात है भारतीय टेलिकॉम कंपनी Airtel ने यह घोषणा करते हुए बताया कि उसकी Elon Musk की सेटेलाइट इंटरनेट प्रोवाइडर (Satellite Internet) स्पेस एक्स (SpaceX) के स्टारलिंक (Star Link) के साथ एक करार हुआ है, जिसके तहत Airtel और SpaceX Starlink मिलकर भारत में सेटेलाइट इंटरनेट की सर्विस शुरू करेंगे। यहां तक सब ठीक था लेकिन अगले ही दिन खबर आई Jio का भी Starlink के साथ मर्जर हो (Jio SpaceX Starlink Merger) गया है.

11 मार्च को Airtel ने Starlink के साथ अपने मर्जर की अनाउंसमेंट की, और ठीक इसके बाद Jio ने भी SpaceX के साथ पार्टनरशिप की घोषणा कर दी.

https://twitter.com/reliancejio/status/1899663756608836011

मजे की बात ये है कि Airtel और Jio दोनों के साथ SpaceX का एक जैसा ही करार हुआ है. दोनों टेलिकॉम कंपनियां Starlink को भारत में स्थापित करने में मदद करेंगीं और देश के इंटरनेट यूजर्स को Satellite Internet Service पहुंचाएगी। कुछ दिनों बाद से दोनों कंपनियों के स्टोर्स में Starlink Setup मिलने लगेगा।

काम का दायरा अलग होगा

  • एयरटेल का फोकस: एयरटेल शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपनी मजबूत पकड़ को बनाए रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में सैटेलाइट इंटरनेट के जरिए विस्तार कर सकता है। यह उनकी मौजूदा ब्रॉडबैंड और मोबाइल सेवाओं के साथ एक हाइब्रिड मॉडल हो सकता है।

  • जियो का फोकस: जियो, जो पहले से ही कम कीमत पर बड़े पैमाने पर कवरेज देने के लिए जाना जाता है, स्टारलिंक के साथ मिलकर देश के सबसे दुर्गम क्षेत्रों में किफायती इंटरनेट पहुंचाने पर ध्यान दे सकता है। जियो का AirFiber पहले से ही 5G टावरों पर आधारित है, और सैटेलाइट इसका विस्तार कर सकता है।

Airtel और Jio SpaceX के साथ क्यों?

भारत में इंटरनेट की मांग इतनी विशाल है कि दोनों कंपनियां एक साथ काम कर सकती हैं और फिर भी उनके लिए पर्याप्त अवसर बचेगा। करीब 50 करोड़ लोग अभी भी पूर्ण इंटरनेट कनेक्टिविटी से वंचित हैं।

स्टारलिंक एक वैश्विक सैटेलाइट नेटवर्क है जो कई ऑपरेटरों के साथ साझेदारी कर सकता है। यह जरूरी नहीं कि एयरटेल और जियो के साथ उसकी डील एक्सक्लूसिव हो। स्पेसएक्स का लक्ष्य अपने सैटेलाइट नेटवर्क का अधिकतम उपयोग करना है, और इसके लिए वह एक से अधिक स्थानीय भागीदारों के साथ काम कर सकता है।

पहले जियो और एयरटेल ने स्टारलिंक के भारत में प्रवेश का विरोध किया था, क्योंकि वे चाहते थे कि सैटेलाइट स्पेक्ट्रम नीलामी के जरिए आवंटित हो। लेकिन अब सरकार ने प्रशासनिक आवंटन का रास्ता चुना है, जिसके बाद दोनों कंपनियां स्टारलिंक के साथ सहयोग करके अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती हैं।

भारत में स्टारलिंक का हर महीने कितना खर्च आएगा

Starlink Subscription Fee In India Per Month: अभी भारत में स्टारलिंक आया नहीं है, इसी लिए Starlink India में कितने रुपए में इंटरनेट देगा यह तय नहीं है, मगर बाकी देशों में इसकी कीमत 99 डॉलर है यानी महीने का करीब ₹7,425 से ₹10,000 हो सकता है.

Starlink Setup Box Price In India:

भारत में Starlink Setup की कीमत लगभग 37,400 रुपए हो सकती है, जो की वन टाइम पेमेंट होगी, इसके बाद आपको हर महीने, तिमाही या सालाना रिचार्ज करना पड़ेगा।

क्या Starlink भारत में सस्ता इंटरनेट देगा

जाहिर सी बात है बड़े-बड़े शहरों से लेकर टियर 3 शहरों तक Jio Fiber और Airtel Xstream की रीच बढ़ गई है जो हर महीने 400 रुपए से 1500 के खर्च पर 5G इंटरनेट प्रोवाइड कराते हैं. Jio और Airtel ने SpaceX के साथ इसी लिए हाथ मिलाया है ताकि इंटरनेट की रीच दूर दराज के क्षेत्रों में भी बढ़ सके. लेकिन ग्रामीण इलाकों में लोग इंटरनेट के लिए इतना तो खर्च नहीं कर सकते जितना कि Starlink चार्ज करता है. लेकिन इसके सस्ता होने की उम्मीद है.

  • सरकारी सब्सिडी: भारत सरकार “Digital India” जैसे कार्यक्रमों के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंच को बढ़ावा दे रही है। स्टारलिंक को सरकार के साथ मिलकर सब्सिडी प्राप्त करने की संभावना है, जिससे मासिक शुल्क कम हो सकता है शायद ₹500-₹1,000 तक
  • स्टारलिंक भारत जैसे मूल्य-संवेदनशील बाजार के लिए सस्ते प्लान पेश कर सकता है, जैसे कम डेटा स्पीड या सीमित उपयोग वाला प्लान, जो ₹1,000-₹2,000 प्रति माह में उपलब्ध हो।
  • ग्राम पंचायत या कोऑपरेटिव: एक गाँव में स्टारलिंक का एक कनेक्शन लिया जा सकता है, जिसे कई घरों या पूरे समुदाय के बीच साझा किया जाए। इससे लागत प्रति व्यक्ति ₹100-₹200 प्रति माह तक कम हो सकती है। उदाहरण के लिए, अगर 50 परिवार मिलकर एक कनेक्शन लेते हैं, तो ₹10,000 का मासिक खर्च ₹200 प्रति परिवार होगा।
  • वाइ-फाइ हॉटस्पॉट: स्टारलिंक डिश को ग्राम पंचायत, स्कूल, या छोटे व्यवसायों द्वारा लगाया जा सकता है, जो इसे वाइ-फाइ के जरिए पूरे गाँव में बाँट सकते हैं।
  • जियो और एयरटेल के साथ साझेदारी: जैसा कि पहले चर्चा हुई, जियो और एयरटेल स्टारलिंक के साथ मिलकर सैटेलाइट इंटरनेट को अपने मौजूदा सस्ते प्लान्स (जैसे जियो का ₹399 वाला प्लान) में शामिल कर सकते हैं। वे स्टारलिंक की तकनीक का इस्तेमाल ग्रामीण क्षेत्रों में कवरेज बढ़ाने के लिए करेंगे और अपने ग्राहकों को किफायती दरों पर बेचेंगे।
  • हाइब्रिड नेटवर्क: ये कंपनियाँ स्टारलिंक को केवल बैकहॉल (इंटरनेट की मुख्य सप्लाई) के रूप में इस्तेमाल कर सकती हैं और फिर अपने टावरों या वाइ-फाइ के जरिए सस्ते में वितरण कर सकती हैं।

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