Shubhanshu Shukla ने रचा इतिहास, Axiom-4 मिशन के साथ ISS के लिए उड़ान भरी

Shubhanshu Shukla Axiom-4 Mission: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) ने आज, 25 जून 2025 को इतिहास रच दिया, जब वे नासा और Axiom Space के संयुक्त मिशन, Axiom-4 (Axiom Mission 4) के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुए। 41 साल बाद राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनकर शुभांशु ने देश का नाम रोशन किया। यह मिशन दोपहर 12:01 बजे IST पर नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा से SpaceX के फाल्कन 9 रॉकेट (SpaceX Falcon 9) पर सवार ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट (Dragon Spacecraft) के साथ लॉन्च हुआ।

मिशन का महत्व और शुभांशु की भूमिका

Axiom-4 मिशन में शुभांशु शुक्ला, जो भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और ISRO के प्रशिक्षित अंतरिक्ष यात्री हैं, मिशन पायलट की भूमिका निभा रहे हैं। उनके साथ मिशन में अमेरिका की पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन (Peggy Whitson), जो मिशन कमांडर हैं, पोलैंड के स्लावोस उज़नान्स्की-विस्निव्स्की और हंगरी के टिबोर कपु शामिल हैं। यह मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए पहली बार ISS पर संयुक्त मानव अंतरिक्ष उड़ान का प्रतीक है (International Space Station Mission).

लॉन्च और मौसम की अनुकूलता

कई बार स्थगित होने के बाद, SpaceX ने घोषणा की कि मौसम 90% अनुकूल (Weather 90% Favorable) है, जिसके बाद मिशन को हरी झंडी मिली। लॉन्च के लिए कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A को चुना गया। अंतरिक्ष यान का ISS के साथ डॉकिंग गुरुवार, 26 जून को दोपहर 4:30 बजे IST के आसपास होने की उम्मीद है।

Axiom-4 Mission मिशन के उद्देश्य

14 दिनों के इस मिशन में शुभांशु और उनकी टीम 60 प्रयोग करेंगे, जिनमें से 7 भारत के लिए शुभांशु द्वारा किए जाएंगे। ये प्रयोग AI, जैविक अनुसंधान और सामग्री विज्ञान (AI Experiments, Biological Research, Material Science) से संबंधित हैं। मिशन में 31 देशों, जैसे सऊदी अरब, ब्राजील, नाइजीरिया और UAE, के वैज्ञानिक प्रयोग शामिल हैं। इसके अलावा, नासा और ISRO के बीच 5 सहयोगी वैज्ञानिक अनुसंधान और 2 इन-ऑर्बिट STEM प्रदर्शन भी होंगे।

शुभांशु का संदेश और देश का गर्व

लॉन्च से पहले, शुभांशु ने हिंदी में देशवासियों को संदेश देते हुए कहा, “जय हिंद, जय भारत” (Jai Hind, Jai Bharat), जिसने हर भारतीय के दिल में गर्व की भावना जगा दी। उनकी बहन शुचि ने इसे पूरे देश के लिए गर्व का क्षण बताया। शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने उनकी पत्नी के समर्थन की सराहना की, जिसने इस उपलब्धि को संभव बनाया।

तकनीकी और सुरक्षा पहलू

मिशन की कई बार देरी हुई, जिसमें SpaceX के फाल्कन 9 रॉकेट में लिक्विड ऑक्सीजन रिसाव (Liquid Oxygen Leak) और ISS के ज़्वेज़्दा मॉड्यूल में मरम्मत जैसे मुद्दे शामिल थे। ISRO, नासा और SpaceX ने मिलकर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गहन जांच की।

लाइव प्रसारण और उत्साह

लॉन्च का सीधा प्रसारण SpaceX, Axiom Space और नासा के यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया हैंडल पर उपलब्ध है (Axiom-4 Live Streaming)。 देशभर में लोग इस ऐतिहासिक पल को देखने के लिए उत्साहित हैं, और लखनऊ में शुभांशु के घर को उनके पोस्टरों से सजाया गया है।

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