National Education Policy 2020 : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 नवीन पाठ्यक्रम पर उन्मुखीकरण कार्यशाला संपन्न रीवा। शासकीय ठाकुर रणमत सिंह स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रीवा के समाजशास्त्र विभाग में 4 नवंबर 2025 को “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की नई संरचना एवं क्रियान्वयन” विषय पर एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला मध्यप्रदेश शासन, उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशन तथा प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी के नेतृत्व में संपन्न हुई।
मुख्य वक्ता एवं विषय-विशेषज्ञ प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल, विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र,रहे
प्रभारी प्राचार्य डॉ. महानन्द द्विवेदी ने छात्रों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति और उसके मूल तत्वों से अवगत कराया। मुख्य वक्ता एवं विषय-विशेषज्ञ प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल, विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र ने “अध्यादेश 14(2) के उद्देश्य, संरचना एवं क्रियान्वयन प्रक्रिया” विषय पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए कहा कि यह अध्यादेश स्नातकोत्तर शिक्षा में नई क्रेडिट प्रणाली, सतत समग्र मूल्यांकन, लर्निंग आउटकम आधारित शिक्षा तथा अंतरविषयक सीखने की दिशा में एक सार्थक पहल है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मॉडल विद्यार्थियों को न केवल अकादमिक ज्ञान प्रदान करेगा, बल्कि कौशल, अनुसंधान क्षमता, विश्लेषणात्मक सोच एवं नवाचार को भी प्रोत्साहन देगा। कार्यशाला में स्नातकोत्तर कक्षाओं की नई संरचना, क्रेडिट वितरण, प्रश्नपत्र पैटर्न, आंतरिक एवं बाह्य मूल्यांकन प्रणाली, उत्तीर्णांक निर्धारण, सतत समग्र मूल्यांकन, क्रेडिट ट्रांसफर व्यवस्था, गतिविधि-आधारित मूल्यांकन तथा विद्यार्थी-केंद्रित शिक्षण प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रतिभागियों को मॉडल प्रश्नपत्र, मूल्यांकन एवं शिक्षण-अधिगम गतिविधियों से भी अवगत कराया गया। कार्यशाला में छात्र देव कृष्ण तिवारी, लकी द्विवेदी, संजय साकेत तथा उदित मिश्रा ने सहभागिता करते हुए अपने विचार व्यक्त किये तथा कार्यशाला का फीडबैक प्रस्तुत किया।
कार्यशाला का संचालन डॉ. शाहेदा और आभार प्रदर्शन डॉ. फरजाना ने किया
कार्यशाला का संचालन डॉ. शाहेदा सिद्दी की द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन डॉ. फरजाना बानो ने किया। उपस्थित प्राध्यापकों में डॉ. महानंद द्विवेदी, डॉ. मधुलिका श्रीवास्तव, डॉ. शाहिदा सिद्दीकी, डॉ. फरजाना बानो, डॉ. प्रियंका पांडे, डॉ. निशा सिंह, योगेश निगम सहित स्नातकोत्तर के बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ सम्मिलित रहे। प्रतिभागियों ने कहा कि यह कार्यशाला अत्यंत उपयोगी रही, जिसने शिक्षण प्रशिक्षण में नई दृष्टि और दिशा प्रदान की। समापन सत्र में विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के समाधान विशेषज्ञों द्वारा दिए गए। आयोजन की जानकारी डॉ. अखिलेश शुक्ल विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र विभाग
शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय रीवा (म.प्र.) द्वारा प्रदान की गई।
