यश दयाल के करियर के दो यादगार बनाम भारत के दो बेस्ट फिनिशर

रिंकू सिंह ने जब यश दयाल की गेंदों पर लगातार 5 छक्के लगाए, धोनी ने भी पहली गेंद पर छक्का लगाकर स्टेडियम में सन्नाटा फैला दिया था

आईपीएल 2023 में यश दयाल आखिरी ओवर में 28 रन नहीं बचा पाए थे, लेकिन इस बार उन्होंने सीमित ओवर क्रिकेट के सबसे बड़े फिनिशर एमएस धोनी को आखिरी ओवर में वह करने से रोक दिया, जिसके लिए वह मशहूर रहे हैं।

पिछले साल की बात करें तो

अगर फ्लैशबैक में चलें तो 9 अप्रैल 2023 को गुजरात टाइटंस के लिए आखिरी ओवर डालने की जिम्मेदारी यश दयाल को दी गई, लेकिन केकेआर के बल्लेबाज रिंकू सिंह ने लगातार पांच छक्के लगाकर गुजरात के जबड़े से जीत छीन ली। दयाल उस मैच के बाद पूरी तरह से टूट गए और फ्रैंचाइजी ने भी उन्हें बेंच कर दिया और सीज़न खत्म होने के बाद उन्हें रिलीज भी कर दिया। नीलामी में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने खरीदा।

दौर बदल गया

अब बात करते हैं कल यानी 18 मई 2024 की बात, जब दयाल को एक बार फिर मैच का आखिरी ओवर डालने के लिए दिया गया। जहां आरसीबी की क्वालीफिकेशन दांव पर लगी थी और इस बार उन्हें 16 रन डिफेंड करने थे, जिससे उनकी टीम का क्वालीफिकेशन समीकरण न खराब हो। दयाल की पहली गेंद फुलटॉस रही और धोनी ने 110 मीटर का छक्का लगाया और गेंद स्टेडियम के बाहर चली गई।

यश दयाल – 66666 से W0100 तक

दयाल के दिमाग में तुरंत अहमदाबाद की शाम का नजारा घूमने लगा और दर्शकों के दिलों दिमाग में अतीत की धुंधली तस्वीर कौंधने लगी। सीएसके को बाकी बची पांच गेंदों पर क्वालीफाई करने के लिए 11 रन की जरूरत थी और दयाल को ये रन रोकने थे। दयाल ने बैक-ऑफ-द-हैंड धीमी गेंद डाली और धोनी ने जोरदार बल्ला हौंका, लेकिन धीमी गति के कारण धोखा खा गए और उनका डीप-बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर कैच पकड़ लिया गया।

दयाल के करियर का दूसरा यादगार ओवर

धोनी आउट हो गए थे, लेकिन यश दयाल को पता था कि काम अभी पूरा नहीं हुआ है। क्रीज पर शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा मौजूद थे और 11 रन चाहिए थे। दयाल ने कमाल की गेंदबाजी की और एक के बाद एक(0, 1, 0, 0) स्लोवर गेंद डालकर आरसीबी को प्लेऑफ का टिकट दिलवा दिया। पूरा चिन्नास्वामी स्टेडियम आरसीबी के खिलाड़ियों के साथ जीत के जश्न में डूब गया। विराट कोहली की आक्रामकता उफान पर थी और फाफ डुप्लेसिस को सन्न थे कि इस जश्न को कैसे मनाएं। वहीं दयाल के चेहरे पर हंसी का गुलदस्ता बिखर रहा था।

क्योंकि उनके करियर में अब एक ही फाइनल ओवर याद नहीं किया जाएगा, क्योंकि उन्होंने दूसरे ओवर की कहानी पूरी कर दी थी। ये परियों की गाथा जैसी कहानी है, जिसने एक छोर को दूसरे छोर से मिला दिया।

यश दयाल ने मैच के बाद पूरी कहानी कह दी

दयाल ने मैच के बाद कहा, “पिछली बार जो मेरे साथ हुआ (2023 में KKR के खिलाफ), उसको लेकर थोड़ी घबराहट थी। जब पहली ही गेंद पर मुझे छक्का लगा, तो मुझे वहीं दिन याद आ गया। लेकिन मैंने उससे पहले अच्छा प्रदर्शन किया है, उसके बाद भी अच्छा प्रदर्शन किया है, इसलिए मेरे दिमाग में सिर्फ अच्छी गेंद डालने का ख्याल चल रहा था। मैं स्कोरबोर्ड या नतीजे को देखना नहीं चाहता था। मैं बस अच्छी गेंदबाजी करना चाहता था। मैं अपनी गेंदों के एक्जीक्यूशन पर पूरा भरोसा था।”

उन्होंने बताया, “मुझे 19वां ओवर फेंकना था। लेकिन “अचानक डीके [दिनेश कार्तिक] भाई और फाफ ने आपस में बात की और यह फैसला किया गया कि लॉकी फर्ग्यूसन 19वां और मैं आखिरी ओवर फेंकूंगा। मैं किसी भी ओवर के लिए तैयार था।”

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