Vastu Tips For Puja Ghar: घर के मंदिर में ना करें यह गलतियां

Vastu Tips For Puja Ghar

Vastu Tips For Puja Ghar: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मंदिर वह स्थान होता है जहां सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है। यदि पूजा स्थल में कुछ गलतियां हो जाएं तो इसका परिणाम सारे घर पर देखने के लिए मिलता है। आज के इस लेख में हम आपको इन्हीं गलतियों के बारे में बताने वाले हैं जहां हम बताएंगे की पूजा स्थल पर कौन सी गलतियां ना करें और किस प्रकार पूजा स्थल के नियमों का पालन कर वास्तु दोष से बचें।

Vastu Tips For Puja Ghar
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पूजा स्थल की वास्तु ऊर्जा को बनाएं सकारात्मक(puja ghar ke vastu ke liye kya kare)

जैसा कि हमने बताया पूजा स्थल घर का पवित्र कोना होता है। ऐसे में इस स्थल में पर विशेष सावधानियां बरतनी जरूरी होती है। पूजा स्थल में यदि आप कुछ वास्तु नियमों का पालन करते हैं तो इससे न केवल घर की सुख शांति बनी रहती है बल्कि घर पर देवताओं का आशीर्वाद भी बरसता है और वास्तु दोष भी कम हो जाता है।

आईए जानते हैं पूजा स्थल पर कौन से नियमों का पालन करना फायदेमंद होता है (Puja ghar/mandir me bhulkar bhi na kare ye galatiya)

मंदिर का स्थान: पूजा स्थल को हमेशा उत्तर पूर्व की दिशा में स्थापित करें क्योंकि यह स्थान मंदिर के लिए सर्वोत्तम माना गया है। इस स्थान पर सकारात्मक ऊर्जा भरपूर मात्रा में होती है यदि सही दिशा का ध्यान रख जाए तो पूजा का पूरा फल प्राप्त होता है।

मंदिर को फर्श पर ना रखें : पूजा स्थल या मंदिर को सीधे फर्श पर ना स्थापित करें ,इसे हमेशा ऊपर उठाकर स्थापित करें। आप चाहे तो लकड़ी का स्टैंड, प्लेटफार्म या सजावटी आधार का इस्तेमाल कर देवी देवताओं को स्थापित कर सकते हैं।

साफ सफाई का रखें ध्यान: पूजा स्थल में हमेशा नियमित साफ-सफाई रखें, नियमित रूप से धूल मिट्टी हटाए, मंदिर गंदा हो तो उसे साफ करें पानी बदले, सूखे हुए फूल और पत्तियां हटाए।

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मूर्ति और तस्वीरों का चयन सावधानी से करें: पूजा स्थल में एक ही भगवान की दो मूर्तियां ना रखें। वही मां काली और शनि देव की मूर्ति को रखने से भी बचें क्योंकि इन मूर्तियों की पूजा विधि अलग होती है।

शंख की स्थापना: हमेशा पूजा स्थल पर शंख स्थापित करें, शंखनाद से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और लक्ष्मी का वास होने लगता है।

पूजा स्थल की सजावट और सामग्री: हमेशा पूजा स्थल में सजावटी सामान लकड़ी या संगमरमर का ही इस्तेमाल करें, प्लास्टिक फाइबर लोहे जैसे सामान का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें वही पूजा की थाली दीपक अगरबत्ती इत्यादि को व्यवस्थित रूप से रखें।

मंदिर में ना रखें कूड़ा: हमेशा मंदिर को साफ सुथरा रखें, मंदिर में कभी भी कूड़ा, झूठे बर्तन, इत्यादि सामान ना रखें। वही आपकी पूजा स्थल की छत या दीवारों पर मूर्तियों को भी न टांगे इससे पूजा स्थल की ऊर्जा का प्रवाह भंग होता है।

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