Rewa MP News: अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के ऐतिहासिक शम्भूनाथ सभागार में पर्यावरण दिवस पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।जिसका विषय प्लास्टिक प्रदूषण का अंत रहा।
इस संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलगुरू प्रो. राजेंद्र कुडरिया किए तो मुख्य अतिथि प्रदीप वासुदेव(IFS)संचालक एवं पी.सी.सी.एफ राज्य वन अनुशंधान संस्थान जबलपुर रहे वहीं विशिष्ट अतिथि मुख्य वक्ता राम कृष्ण ज़ी प्रान्त संयोजक पर्यावरण संरक्षण गतिविधि रहे साथ ही पीयूष त्रिपाठी केंद्रीय टोली सदस्य अतिथि वक्ता की भूमिका निभाई।
संगोष्ठी की शुरुआत माँ सरस्वती की प्रतिमा में माल्यार्पण एवं पूजा करके विधिवत की गई।छात्राओं द्वारा स्वागत गीत एवं मध्य प्रदेश गान की प्रस्तुति दी गई।
अगली कड़ी में संगोष्ठी के आयोजक प्रो.अतुल तिवारी अध्यक्ष पर्यावरण जीवविज्ञान विभाग ने क्रमशः सभी मंचाशीन अतिथियों का शॉल श्री फ़ल एवं स्मृति चिन्ह से वकायदा स्वागत किया इसी कड़ी में सचिव डॉ अपर्णा सिंह, डॉ शेर सिंह,डॉ अरविन्द त्रिपाठी,डॉ भरत वर्मा,डॉ शमा अंसारी,डॉ दीपाली शुक्ला,डॉ रूपम यादव ने विश्वविद्यालय परिवार की तरफ़ से मंच पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया।स्वागत के बाद प्रोफेसर अतुल तिवारी ने इस संगोष्ठी की पूरी रुपरेखा से सबको अवगत करवाया।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलगुरू ने कहा की मेरी जो प्राथमिकता है उसमें प्लास्टिक मुक्त समाज प्रदेश को बनाने की है,आज पर्यावरण का जो प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है उसका बड़ा कारण प्लास्टिक ही है साथ ही इस सफल संगोष्ठी के लिए कुलगुरू ने विभाग को साधुवाद दिया।
पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण को रोकना सबका नैतिक दाइत्व है:-वासुदेवा
मुख्य अतिथि की असंदी से बोलते हुए श्री प्रदीप वासुदेवा(IFS)ने कहा की आज़ हर नागरिक का नैतिक दाइत्व है की पर्यावरण का संरक्षण करें साथ ही ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाएं औऱ उनके देखभाल की भी जिम्मेदारी उठाएं।
रामकृष्ण ज़ी मुख्य वक्ता ने बताया की आज़ देश लगातार विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है तथा उसी तेजी से युवाओं को भी आगे आना चाहिए।रामकृष्ण ने कहा की जिस देश ने पर्यावरण को संरक्षण नहीं दिया लापरवाही बरती उनका हश्र होता सबने देखा है।
वहीं श्री पीयूष त्रिपाठी अतिथि वक्ता ने भी पर्यावरण की उपयोगिता पर विस्तृत प्रकाश डाला औऱ कार्यक्रम को सफल बताया।मंच का सफल संचालन डॉ खुशबू त्रिवेदी एवं डॉ उदिता सिंह ने किया तो आभार प्रदर्शन डॉ शेर सिंह किए।सफल बनाने में संगोष्ठी को डॉ दीपाली शुक्ला,डॉ संगीता तिवारी,डॉ श्री कांत कोल,पियूष त्रिपाठी,शिखा तिवारी रहे।
राज्य वन अनुशंधान संस्थान जबलपुर का विश्वविद्यालय से हुआ एमओयू
इसी संगोष्ठी में मंच पर उपस्थित कुलगुरू, श्री प्रदीप वासुदेवा एवं प्रो. अतुल तिवारी ने विश्वविद्यालय का औऱ राज्य वन अनुसन्धान संस्थान जबलपुर का एमओयू किया।इससे दोनों संस्थानों के विभिन्न गतिविधियों का आदान प्रदान किया जायेगा दोनों के बीच।