बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट केस में NIA को बड़ी कामयाबी मिली है. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने ब्लास्ट को अंजाम देने वाले आरोपी के साथ एक साजिशकर्ता को भी डिटेन कर लिया है. दोनों आरोपियों से जानकरी जुटाई जा रही है.
बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक्शन लेते हुए ब्लास्ट को अंजाम देने वाले आरोपी और एक साजिशकर्ता को पकड़ लिया है. दोनों आरोपियों को पश्चिम बंगाल से हिरासत में लिया गया. जिन दो आरोपियों को जांच एजेंसी ने पकड़ा है उनके नाम अब्दुल मथीन ताहा और मुसाविर शाजीब हुसैन है. जांच एजेंसी ने पहले मुख्य आरोपी शाजीब हुसैन की पहचान की थी, जिसने विस्फोट के अंजाम दिया था. इस मामले में एक अन्य साजिशकर्ता अब्दुल मथीन ताहा की भी पहचान की थी, जो अन्य मामलों में भी एजेंसी द्वारा वांछित है.
दोनों को पकड़ लिया गया है. इससे पहले एनआईए की टीमों द्वारा कर्नाटक में 12, तमिलनाडु में 5 और उत्तर प्रदेश में एक जगह सहित कुल 18 स्थानों पर कार्रवाई की गई थी. इस दौरान सह-साजिशकर्ता मुजम्मिल शरीफ को हिरासत में लिया गया था. NIA ने इस केस को 3 मार्च को अपने हाथ में लिया था. NIA ने कुछ दिनों पहले प्रेस रिलीज जारी की थी, जिसमें बताया गया था कि ब्लास्ट को किसने अंजाम दिया था.
फिर से खुला रामेश्वरम कैफे
एक मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट हुआ था. इस धमाके में 9 लोग घायल हो गए थे. पुलिस सूत्रों ने कहा था कि कैफे में टाइमर का उपयोग करके आईईडी बम धमाका किया गया था. धमाके के बाद महाशिवरात्रि के अवसर पर कैफे को बड़ी धूमधाम से फिर से खोला गया था. प्रशासन के मुताबिक, ग्राहकों की जांच के लिए कैफे के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं. एंट्री की अनुमति देने से पहले कर्मचारी प्रत्येक ग्राहक की हैन्डहेल्ड डिटेक्टरों से जांच की जाएगी। सभी ग्राहकों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। सभी ग्राहकों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और कर्मचारी किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर भी रखी जाएगी।