सड़क दुर्घटनाओं को कंट्रोल करने एमपी सरकार का बड़ा निणर्य, चिन्हित होगे ब्लैक, रेड और हॉट स्पॉट

एमपी। एमपी में हो रहे लगातार हादसों को देखते हुए, इसे कंट्रोल करने एमपी सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। जिला स्तर पर ब्लैक स्पाट के साथ ही रेड स्पॉट और हॉट स्पॉट भी चिन्हित किए जाएंगे। ये ऐसे स्थान जहां सबसे ज्यादा हादसे हो रहे है। यहा जिला कलेक्टर हादसों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाऐगें। इतना ही नही लापरवाही से वाहन चलाने वालों का लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित होगा।

कलेक्टर बनाऐगे प्लान

सड़को पर दुर्घटनों को कंट्रोल करने के लिए एमपी के जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए जा रहे है कि वे रोड सेफ्टी प्लान बनाए। ज्ञात हो कि हाल ही में एमपी से दो बड़े हादसे से सामने आ रहे है। जिसमें रीवा के सोहगी घाटी में ऑटों पर ट्रक पलटने से 8 लोगो की मौत हो गई। इसी तरह खंडवा जिले में ईको कार पर ट्रेलर पलटने से 9 लोगो की मौत का मामला सामने आया है। बीते 72 घंटो के अंतराल में ये बड़े हादसे से सामने आए है तो वही आए दिन दुर्घटना से लोग काल के गाल में समा रहे है।

मुख्य सचिव ने दिए निर्देश

एमपी में हो रहे हादसों को देखते हुए एमपी के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने सड़क सुरक्षा समिति की बैठक लेकर एमपी में दुर्घटनाओं को कंट्रोल करने के लिए निर्देश दिए है। उन्होने कलेक्टरों को कहा है कि वे सड़क सुरक्षा समिति की बैठक करें तथा जिले में जहा ज्यादा दुर्घटनाए हो रही है, उक्त स्पॉट को चिन्हित करके दुर्घटनाओं को कंट्रोल करने के लिए न सिर्फ जरूरी कदम उठाए बल्कि ब्लैक के साथ ही रेड और हॉट स्पॉट चिन्हित करके उक्त स्थानों सड़क सुरक्षा को लेकर जरूरी कदम उठाएं। ज्ञात हो कि साल 2024 में एमपी के अंदर तकरीबन 14 हजार लोगों की मौत सड़क दुघर्टनाओं में हुई जबकि 59 हजार के लगभग लोग दुर्घटना में घायल हुए है।

क्या है ब्लैक, रेड और हॉट स्पॉट

रेड स्पॉट – ऐसा स्थान जहां दुर्घटनाएं लगातार हो रही हों और जिनमें घातक चोट या मौत की संभावना अधिक हो।
हॉट स्पॉट – किसी बड़े क्षेत्र जैसे कस्बे या कॉलोनी को माना जाता है जहां पूरे क्षेत्र में दुर्घटनाएं बार-बार हो रही हों।
ब्लैक स्पॉट – ऐसा क्षेत्र (आधा किमी तक) जहां एक साल में कम से कम 5 बड़ी दुर्घटनाएं हुई हों और उनमें 10 या अधिक मौतें हुई हों।

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