इंदौर। एमपी का इंदौर एक बार फिर बेस्ट सामने आया है। इस बार इंदौर पुलिस ने नशे से दूरी है ज़रूरी जागरूकता अभियान ऐसे चलाया कि इंदौर का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है। लंदन की टीम ने पुलिस के इस कार्यक्रम को प्रमाणित किया है। जिसके बाद पुलिस विभाग में न सिर्फ प्रसन्नता व्यप्त है बल्कि इस उपलब्धि पर पुलिस अधिकारियों से इंदौर के सभी लोगो का धन्यवाद किए है।
इंदौर में बनाई गई थी 7100 लोगो की लम्बी मानव श्रृंखला
नशे के दुष्परिणामों के प्रति लोगो को जागरूक कराने के लिए इंदौर पुलिस के द्वारा एक विशाल मानव श्रृंखला बनाई गई। जिसमें विभिन्न स्कूल-कॉलेज, कोचिंग संस्थानों के छात्र-छात्राएं, नगर सुरक्षा समिति के सदस्य, ट्रैफिक वार्डन, महिलाओं और पुरुषों सहित कुल 7100 लोगों ने भाग लिया था। यह मानव लंबी श्रृंखला भंवरकुआ चौराहे से लेकर पलासिया चौराहे तक बनाई गई थी। इस आयोजन की शुरुआत अति पुलिस आयुक्त अमित सिंह एवं पुलिस उपायुक्त जोन-04 ऋषिकेश मीणा ने की। कार्यक्रम में सहोदय ग्रुप से जुड़े प्रमुख स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग संस्थानों के छात्र-छात्राएं एवं स्टाफ, नगर सुरक्षा समिति सदस्य, ट्रैफिक वार्डन, बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और नशे से दूर रहने का संदेश जन-जन तक पहुँचाया।
इंदौर पुलिस का सम्मान
नशे से होने वाले गलत परिणाम को लेकर बनाई गई इस मानव श्रृंखला को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन की टीम ने प्रमाणित किया। टीम की सदस्य अपूर्वा मेनन और भरत शर्मा ने इंदौर पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रोविजनल सर्टिफिकेट सौंपे है।