भारत ने बांग्लादेश उच्चायुक्त को किया तलब! बांग्लादेशी नेता ने 7 भारतीय राज्यों को तोड़ने की धमकी दी थी

Indian Ministry of External Affairs building amid diplomatic response to Bangladesh remarks

भारत के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने आज, 17 दिसंबर 2025 को बांग्लादेश के उच्चायुक्त मुहम्मद रियाज़ हमीदुल्लाह (High Commissioner of Bangladesh Muhammad Riaz Hamidullah) को तलब किया। यह कदम बांग्लादेश में भारतीय उच्चायोग की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं और हाल के दिनों में वहां से आए विवादास्पद बयानों के जवाब में उठाया गया है (India-Bangladesh Relations 2025)। उच्चायुक्त को सुबह करीब 12:30 बजे जवाहरलाल नेहरू भवन स्थित मंत्रालय कार्यालय में बुलाया गया, जहां वे लगभग 20 मिनट तक रहे।

सुरक्षा और कूटनीतिक तनाव

सूत्रों के अनुसार, भारतीय विदेश मंत्रालय ने उच्चायुक्त को बांग्लादेश में भारतीय मिशन की सुरक्षा व्यवस्था में आई खामियों और कुछ चरमपंथी तत्वों की ओर से धमकियों पर गहरी चिंता जताई (Diplomatic Tension South Asia)। मंत्रालय ने विशेष रूप से उन खबरों का जिक्र किया, जिसमें कुछ बांग्लादेशी नेताओं ने भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दिए, जिसमें देश के पूर्वोत्तर राज्यों (सात बहनें) को अलग करने की धमकी शामिल थी। इन बयानों को भारत ने “अस्वीकार्य” करार दिया है।

हालांकि, बांग्लादेश सरकार ने इन बयानों से खुद को अलग करते हुए कहा है कि ये व्यक्तिगत राय हैं और आधिकारिक नीति का हिस्सा नहीं हैं। लेकिन भारत ने मांग की है कि अंतरिम सरकार इन चरमपंथी गतिविधियों पर नियंत्रण करे और भारतीय मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करे.

पिछले हफ्ते, बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भी भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को धनबाद तलब किया था, जहां उनसे “भारत समर्थित राजनीतिक गतिविधियों” पर सवाल किए गए थे। इस कदम को भारत ने “अनुचित” बताते हुए अपनी ओर से कड़ा जवाब दिया है। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच, विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को प्रभावित कर सकती है, जो वर्तमान में दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण हैं.

एक आधिकारिक बयान में, विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम बांग्लादेश से अपील करते हैं कि वह अपने कूटनीतिक दायित्वों का पालन करे और हमारे मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। साथ ही, भड़काऊ बयानों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।” मंत्रालय ने यह भी जोड़ा कि भारत-बांग्लादेश संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों पक्षों को आपसी सम्मान और सहयोग की जरूरत है.

अधिक जानने के लिए आज ही शब्द साँची के सोशल मीडिया पेज को फॉलो करें और अपडेटेड रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *