गिरफ्तारी के बाद भी TAHAWWUR RANA का जहर कम नहीं, भारतीयों को लेकर उगला विष!

एनआईए ने तहव्वुर राणा (TAHAWWUR RANA) से आज पूछताछ शुरू कर दी , एनआईए के एसपी और डीएसपी रैंक के अधिकारी एनआईए पूछताछ कक्ष में पूछताछ करेंगे

अपने साथी डेविड हेडली से 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा (TAHAWWUR RANA) ने कहा था कि भारतीयों पर हमला होना चाहिए। इतना ही नहीं, वह चाहता था कि इस हमले को अंजाम देते हुए जान गंवाने वाले 9 लश्कर आतंकियों को पाकिस्तान का सर्वोच्च सम्मान ‘निशान-ए-हैदर’ दिया जाए। यह पाकिस्तान का सर्वोच्च सम्मान है, जो युद्ध में जान गंवाने वाले सैनिकों को दिया जाता है। यह जानकारी अमेरिकी न्याय विभाग ने दी है।

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विशेष विमान से अमेरिका से लाया गया

विभाग ने बताया है कि तहव्वुर राणा (TAHAWWUR RANA) से पूछताछ के दौरान उसके और डेविड कोलमैन हेडली के बीच हुई बातचीत को इंटरसेप्ट किया गया था। इस बातचीत के दौरान तहव्वुर ने ये बातें कही थीं। 64 वर्षीय राणा को कल (10 अप्रैल) विशेष विमान से अमेरिका से लाया गया था। देर रात पटियाला हाउस कोर्ट के विशेष एनआईए जज चंद्रजीत सिंह ने बंद कमरे में मामले की सुनवाई की और रात 2 बजे फैसला सुनाते हुए उसकी 18 दिन की हिरासत एनआईए को दे दी।

TAHAWWUR RANA से आज 3 घंटे हुई पूछताछ

कल रात राणा की पहली तस्वीर भी सामने आई थी, जिसमें राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारी उसे पकड़े हुए नजर आ रहे थे। आज अमेरिकी न्याय विभाग ने एक और तस्वीर जारी की है। इसमें अमेरिकी मार्शल उसे एनआईए अधिकारियों को सौंप रहे हैं। एनआईए ने तहव्वुर राणा (TAHAWWUR RANA) से आज पूछताछ शुरू कर दी है। एनआईए के एसपी और डीएसपी रैंक के अधिकारी एनआईए पूछताछ कक्ष में सीसीटीवी के सामने उससे पूछताछ करेंगे, जिसकी पूरी रिकॉर्डिंग होगी।

जांच में कॉपरेट नहीं कर रहा है TAHAWWUR RANA

हिरासत के दौरान एनआईए हर दिन राणा से पूछताछ की डायरी तैयार करेगी। पूछताछ के आखिरी दौर के बाद इसे डिस्क्लोजर स्टेटमेंट में रिकॉर्ड पर लिया जाएगा। यह केस डायरी का हिस्सा है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने आतंकी तहव्वुर (TAHAWWUR RANA) के प्रत्यर्पण पर कहा कि मुझे खुशी है कि यह दिन आ गया है। हम लंबे समय से भारत के साथ मिलकर इन हमलों में जान गंवाने वाले लोगों को न्याय दिलाना चाहते थे। रुबियो के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों के बीच सहयोग की सराहना करते हैं। यह वास्तव में 26/11 हमलों के पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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