Gujrat Politics news : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने गुजरात में अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पार्टी ने अपने ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत गुजरात में 40 जिला और शहर कांग्रेस समितियों (डीसीसी) के लिए नए अध्यक्षों की नियुक्ति की घोषणा की है। यह कदम 2027 में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए उठाया गया है, जिसका उद्देश्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कड़ी टक्कर देना है।
नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से मंजूरी दी गई। Gujrat Politics news
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से मंजूरी दे दी है। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “ये नियुक्तियां दो महीने से अधिक समय तक चली गहन संगठनात्मक कवायद का नतीजा हैं। बूथ से लेकर जिला स्तर तक पार्टी के ढांचे को पुनर्जीवित करने के लिए शुरू किया गया यह अभियान पारदर्शी, समावेशी और विचारधारा आधारित नेतृत्व चयन पर केंद्रित है।”
नई सूची में किया गया नए और पुराने नेताओं का संतुलन।
कांग्रेस ने इस नियुक्ति प्रक्रिया में नए और अनुभवी नेताओं के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश की है। करीब 50 फीसदी नियुक्तियां ऐसे नेताओं को दी गई हैं जो पहली बार जिला या शहर अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, जबकि कुछ अनुभवी नेताओं को उनके पदों पर बरकरार रखा गया है। उदाहरण के लिए अहमदाबाद शहर में सोनल पटेल को अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि वडोदरा शहर और जिले में पुराने नेताओं पर भरोसा किया गया है।
कैसी है कांग्रेस की 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी?
पिछले कुछ सालों में गुजरात में कांग्रेस की स्थिति कमजोर रही है। वर्तमान में पार्टी के पास 26 लोकसभा सीटों में से केवल बनासकांठा सीट और 182 विधानसभा सीटों में से केवल 12 सीटें हैं। इस संगठनात्मक बदलाव के जरिए कांग्रेस का लक्ष्य बूथ स्तर से लेकर जिला स्तर तक अपनी मौजूदगी को मजबूत करना है। पार्टी ने यह भी घोषणा की है कि भविष्य के विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों का चयन करते समय जिला अध्यक्षों की राय को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
सोशल मीडिया दिख रहा खासा उत्साह। Gujrat Politics news
नियुक्तियों की घोषणा के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सोशल मीडिया पर उत्साह जताया है। एक कार्यकर्ता ने लिखा, “यह संगठन सृजन अभियान सिर्फ बदलाव नहीं, बल्कि भविष्य की नींव है।” कई नेताओं ने नवनियुक्त अध्यक्षों को बधाई दी और विश्वास जताया कि यह नई टीम गुजरात में कांग्रेस को नई ऊर्जा प्रदान करेगी।
क्या है कांग्रेस की आगामी रणनीति? Gujrat Politics news
कांग्रेस ने संकेत दिया है कि यह अभियान जल्द ही अन्य राज्यों में भी लागू किया जाएगा। गुजरात में इस बदलाव को पार्टी के लिए ‘पायलट प्रोजेक्ट’ के तौर पर देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से कांग्रेस को जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं में नई उम्मीद और उत्साह पैदा करने में मदद मिल सकती है, लेकिन भाजपा की मजबूत पकड़ को चुनौती देना अभी भी एक बड़ी चुनौती होगी। कुल मिलाकर यह संगठनात्मक फेरबदल गुजरात में कांग्रेस के लिए एक नई शुरुआत का संकेत देता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नवनियुक्त अध्यक्ष पार्टी को कितनी ताकत और दिशा दे पाते हैं।
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