Chhath Puja 2025 : मेहनत लाई रंग, छठी मैया हुई प्रसन्न

Sidhi – Chhath Puja 2025 : मेहनत लाई रंग, छठी मैया हुई प्रसन्न – सीधी शहर में इस वर्ष छठ पर्व भक्ति, अनुशासन और सौंदर्य का अद्भुत उदाहरण बना। डॉ. अनूप मिश्र और डॉ. बीना मिश्रा के अथक प्रयासों और सूझबूझ से पहली बार जिले में इतना भव्य, सुव्यवस्थित और आध्यात्मिक माहौल देखने को मिला। गोपालदास बांध घाट पर हजारों श्रद्धालु परिवार सहित पहुंचे और सूर्यदेव व छठी मैया की आराधना की। दीपों, फूलों और रंग-बिरंगी रोशनियों से सजा पूरा घाट भक्ति और उल्लास की आभा से झिलमिला उठा। सीधी में इस बार का छठ पर्व भक्ति और आयोजन का अद्भुत संगम बना। डॉ. अनूप मिश्र और डॉ. बीना मिश्रा के प्रयासों से आयोजित भव्य महोत्सव में वरुण देव की वर्षा ने श्रद्धा को और पवित्र बना दिया।

वरुण देव की कृपा से भीगी भक्ति –

इस बार छठ पर्व का सबसे अनोखा क्षण तब आया जब श्रद्धालु संध्या अर्घ्य देने पहुंचे और उसी समय हल्की वर्षा शुरू हो गई। श्रद्धालुओं ने इसे छठी मैया की प्रसन्नता और आशीर्वाद का प्रतीक माना। मानो प्रकृति भी इस पावन अवसर पर भक्तों की भक्ति में सम्मिलित हो गई हो।

अनुशासित और प्रेरणादायक आयोजन
पूरे आयोजन में स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया।

  • घाटों की सफाई
  • पर्याप्त रोशनी और पेयजल
  • प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था
  • ट्रैफिक नियंत्रण
    इन सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण डॉ. अनूप मिश्र और डॉ. बीना मिश्रा ने स्वयं किया। वे पूरे आयोजन स्थल पर मौजूद रहे और यह सुनिश्चित किया कि किसी श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

भक्ति और संगीत का संगम

कार्यक्रम में लायन्स क्लब सीधी द्वारा भव्य संगीत संध्या का आयोजन किया गया। गायक सृजन मिश्र और उनके दल ने छठ महिमा और लोकगीतों की प्रस्तुतियों से समूचे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। “कांच ही बांस के बहंगिया” और “उठे सुहावन लगल घाट” जैसे पारंपरिक गीतों पर श्रद्धालु झूम उठे।

महिलाओं और परिवारों की सहभागिता

महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में नदी किनारे पूजा-अर्चना में लीन रहीं। पुरुषों और युवाओं ने भी सहयोग की भावना से पूरे आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई। छोटे-छोटे बच्चों में भी उत्साह देखते ही बनता था, सभी ने पूरे मनोयोग से इस पर्व को मनाया।

सामूहिक सहयोग और सेवा का उदाहरण

नगर पालिका, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य टीम और स्वयंसेवी संस्थाओं ने मिलकर आयोजन को सफल बनाया। सफाई कर्मचारियों और जल विभाग के कर्मियों को डॉ. अनूप मिश्र ने मंच से विशेष धन्यवाद दिया। यह आयोजन न केवल धार्मिक भक्ति का प्रतीक रहा बल्कि सामाजिक एकता, अनुशासन और सेवा भावना का भी प्रतीक बन गया।

निष्कर्ष – इस वर्ष का छठ पर्व सीधी के इतिहास में आस्था, अनुशासन और सहयोग की मिसाल के रूप में दर्ज होगा। डॉ. अनूप और डॉ. बीना मिश्रा की मेहनत, समर्पण और सेवा ने इस आयोजन को न केवल भव्य बल्कि आध्यात्मिक रूप से अविस्मरणीय बना दिया। जैसा कि श्रद्धालुओं ने कहा – “जब भक्ति सच्ची हो, तो वरुण देव भी वरदान बनकर बरसते हैं। छठी मैया की जय हो”

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