Who will be the next Chief Minister of Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में भाजपा की ऐतिहासिक जीत हुई है. प्रदेश में भगवा दल को 163 सीटें मिलने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि हिंदुस्तान के दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इसका जवाब ढूढ़ने से पहले ये एक सवाल को हल करना होगा कि मध्य प्रदेश की धमाकेदार जीत में शिवराज सिंह की लाड़ली बहना गेमचेंजर हुई या मोदी की गारंटी? क्योंकि अगर शिवराज की लाड़ली बहना गेमचेंजर साबित हुई है तो मुख्यमंत्री के लिए शिवराज का दवा मजबूत हो जाता है. अगर मोदी की गारंटी की माने तो शिवराज के इतर बाकि नेताओं का दवा मजबूत होता नजर आता है. मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए भाजपा के नेता इसी आधार पर अपना-अपना दावा मजबूत कर रहे हैं.
MP News Live Today: दरअसल, चुनाव नतीजों के बाद MP में CM की कुर्सी के लिए भाजपा का पॉवर कॉरिडोर दो धड़ों में बट गया है. एक वो जो लाड़ली बहना को गेमचेंजर मान रहा है. दूसरा वो जो मोदी मैजिक को जीत का श्रेय दे रहा है. लाडली बहना को क्रेडिट देने वाले अब तक खुल कर सामने नहीं आए हैं. लेकिन जो लोग इससे क्रेडिट दे रहे वह मुखरता से बोल रहे हैं. यह माना जा रहा है कि नेता लाड़ली बहना को जीत कर क्रेडिट नहीं दे रहे हैं. वह शिवराज को मुख्यमंत्री के रूप में देखना नहीं चाहते हैं.
लाड़ली बहना को लेकर शिवराज ने क्या कहा?
MP Election Result 2023: मतगणना से पहले ऐसा माना जा रहा था कि मध्य प्रदेश कांग्रेस और भाजपा के बीच काटे की टक्कर होने वाली है, और शिवराज सिंह चौहान ने मतगणना से 3 दिन पहले कहा था अगर हमारी सरकार प्रदेश में आती है तो श्रेय लाड़ली बहना को जाता है. 3 दिसंबर को मतगणना शुरू होने के बाद सामने आए रुझान के बाद भी शिवराज ने एक और बयान दिया और कहा-लाड़ली लक्ष्मी से लेकर लाड़ली बहना तक का जो सफर मध्य प्रदेश ने तय किया, वो अद्भुत है.
कुलमिलाकर शिवराज का ये कहना बहुत स्वाभाविक है. लाड़ली बहना उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है. हालांकि लाड़ली बहना को गेमचेंजर मानते हुए शिवराज जीत में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और अमित शाह की रणनीति को क्रेडिट देना नहीं भूलते।
लाड़ली बहना के गेमचेंजर के सवाल पर क्या बोले विजयवर्गीय?
3 दिसंबर को जब साफ हो गया की प्रदेश में बंपर बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनाने जा रही है. उस वक़्त पत्रकारों ने कैलाश विजयवर्गीय से पुछा था- की क्या लाड़ली बहना गेमचेंजर है? इस सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा नहीं ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा लाड़ली बहना को गेमचेंजर बताने का नरेटिव सेट किया जा रहा है. राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को बहुमत मिलने का तर्क देते हुए विजयवर्गीय ने कहा- यदि लाड़ली बहना जीत का कारण होती तो राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत कैसे मिली। उन्होंने साफ तौर पर कहा की तीनों राज्यों में जीत मोदी की गारंटी की हुई है. इससे पहले थोड़ा फ्लैश बैक में चले तो इंदौर- 1 से कैलाश विजयवर्गीय को टिकट दिया गया तब उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि मैं बस विधायक बनाने नहीं आया हूँ. बल्कि पार्टी मुझे कोई बड़ी जिम्मेदारी देने वाली है.
अब विजयवर्गीय के इन बयानों को लेकर राजनीतिक जानकारों के जो मायने हैं. वो भी काफी दिलचस्व है. राजनतिक पंडितों का कहना है कि विजयवर्गीय शिवराज को जीत की क्रेडिट नहीं देना चाहते हैं. केंद्रीय नेतृत्व की तारीफ करते हैं वो इसलिए क्योंकि खुद को CM पद का उम्मीदवार मानते हैं. केंद्रीय मंत्री विजयवर्गीय मध्य प्रदेश की तुलना राजस्थान और छत्तीसगढ़ से करते हैं. जाहिर सी बात है कि इन तीनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी. जहां तमाम कारणों से एंटी इंकम्बेंसी थी.
प्रह्लाद पटेल भी मोदी मैजिक को ही जीत की क्रेडिट दे रहे हैं
भाजपा की प्रचंड जीत के बाद आज तक न्यूज़ चैनल ने जब प्रह्लाद पटेल से सवाल किया कि क्या लाड़ली बहना इस चुनाव में गेमचेंजर रही हैं? प्रह्लाद पटेल साफ सुथरे शब्दों में कहा कि लाड़ली बहना तो मध्य प्रदेश तक ही सिमित है. बाकि के राज्यों में तो नहीं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं, किसानों और गरीबों के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई उसकी वजह से जीत मिली है. जीत की क्रेडिट मोदी को देने के मायने निकाले जा रहे हैं. क्योंकि पटेल जानते हैं कि सीएम पद की रेस में वे भी अहम किरदार हैं.
सिंधिया ने ‘लाड़ली बहना’ को बताया गेमचेंजर
3 दिसंबर को भाजपा को बहुमत मिलने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया शिवराज से मिलने पहुंचे थे। उस वक्त उन्होंने कहा कि भाजपा की जीत के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का नेतृत्व है। जब उनसे पूछा कि लाड़ली बहना योजना का कितना बड़ा रोल रहा तो उन्होंने कहा- लाड़ली बहना का असर पूरी तरह से रहा है और ये गेमचेंजर है। इसका पूरा क्रेडिट शिवराज सिंह चौहान को जाता है।
मायने- लाड़ली बहना को गेमचेंजर कहकर जीत का क्रेडिट शिवराज को दे रहे हैं। विजयवर्गीय और प्रह्लाद पटेल की तरह लाड़ली के सवाल को खारिज नहीं करते। हाईकमान यदि सीएम के नाम पर चर्चा करता है तो सिंधिया मुख्यमंत्री के तौर पर शिवराज के नाम को खारिज करेंगे, इसकी संभावना नहीं है।
तोमर सेफ खेल गए
मध्य प्रदेश भाजपा ने सीनियर नेता और शिवराज सिंह चौहान के साथी नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी विधानसभा से जीत के बाद जब उनसे पुछा गया कि जीत का क्रेडिट किस्से देंगे तब उन्होंने मोदी और लाड़ली बहना दोनों को इस प्रचंड जीत का क्रेडिट दिया। इसके मायने निकले जा रहे हैं कि तोमर जीत का श्रेय मोदी और शिवराज दोनों को दे रहे हैं. नरेंद्र सिंह तोमर शिवराज के पुराने साथी हैं. मध्य प्रदेश में चुनाव अभियान समिति के संयोजक भी रहे हैं.