बांग्लादेश हिंसा: मुसलमानों ने हिंदू युवक को मारकर जला डाला! न्यूज चैनल और हसीना का दफ्तर फूंका

Police and security forces deployed amid communal violence in Bangladesh as buildings burn during unrest.

Bangladesh Violence Hindi News: बांग्लादेश में धार्मिक तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। कट्टरपंथी मुस्लिम भीड़ ने एक हिंदू युवक को पीट-पीटकर मार डाला और फिर उसका शव जला दिया। (Bangladesh Hindu Youth Killed Burned Video) ये घटना चटगांव में हुई, जहां भीड़ ने हिंदू मंदिरों, घरों और दुकानों पर हमले किए। हिंसा में न्यूज चैनल का दफ्तर और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना से जुड़े स्थानों को फूंक दिया गया। (Bangladesh Anti Hindu Violence) अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर मुहम्मद यूनुस ने हिंसा की निंदा की, लेकिन विपक्ष ने सरकार पर कट्टरपंथियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया।

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बांग्लादेश में हिंदू युवक को मारकर जला डाला

Hindu Youth Killed Bangladesh: मृतक युवक की पहचान दीपू चंद्र दास (Dipu Chandra Das) के रूप में हुई है, जो एक स्थानीय हिंदू कार्यकर्ता था। (Dipu Chandra Das Death Bangladesh) कट्टरपंथी भीड़ ने उसे ‘शेख हसीना का समर्थक’ बताकर पीटा और फिर जिंदा जला दिया। घटना चटगांव के एक इलाके में हुई, जहां दीपू चंद्र दास विरोध प्रदर्शन के दौरान फंस गया। भीड़ ने उसे हसीना सरकार के खिलाफ नारे न लगाने पर टारगेट किया। (Reason Osman Hadi Killed) दीपू चंद्र दास की मौत के बाद उसका शव सड़क पर जलाया गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही। (Hindu Minority Attack Bangladesh)

कहां-कहां आगजनी और हिंसा हुई?

हिंसा मुख्य रूप से चटगांव, ढाका और कुछ अन्य इलाकों में फैली:

  • चटगांव: हिंदू मंदिरों, घरों और दुकानों पर हमले, ओसमान हादी की हत्या।
  • ढाका: शेख हसीना से जुड़े दफ्तर और आवासीय इलाकों में आगजनी।
  • न्यूज चैनल दफ्तर: एक लोकल न्यूज चैनल का ऑफिस फूंका गया, क्योंकि उसे ‘हसीना समर्थक’ बताया गया।
  • अन्य जगहों पर हिंदू समुदाय के घरों और व्यवसायों को निशाना बनाया गया। (Bangladesh Riots Locations)

बांग्लादेश में हिंसा की वजह

बांग्लादेश में मची हिंसा की वजह शेख हसीना के विरोधी नेता उस्मान हादी की हत्या है. स्मान हादी शेख हसीना के खिलाफ जुलाई 2024 में हुए छात्र आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक था. 12 दिसंबर को चुनाव प्रचार के दौरान सिर में गोली मारी गई थी। इसके बाद उसे बेहतर उपचार के लिए सिंगापुर ले जाया गया था। 6 दिन बाद उसकी मौत हो गई। बांग्लादेश के कट्टरपंथी मुसलमानों के लिए यह हिन्दुओं के प्रति हिंसा करने का एक बहाना था. बांग्लादेश में शेख हसीना को खदेड़ने के बाद यहां रहने वाले मुसलमानों ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है. उनकी भारत और हिन्दुओं के प्रति नफरत पूरी दुनिया देख रही है.

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