MP: सिंगरौली सड़क हादसे में युवक की मौत, गुस्साई भीड़ ने की पत्थरबाजी

Singrauli Road Accident News: भीड़ ने हादसे वाले ट्रक में आग लगाने की कोशिश भी की। परिजन और स्थानीय लोग युवक के शव के साथ सड़क पर बैठ गए। सूचना मिलते ही पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। अधिकारियों ने मुआवजे के तौर पर 50 हजार रुपए का चेक दिया, जबकि परिजन 20 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। पिता को प्राइवेट कंपनी में नौकरी और बहन को सरकारी नौकरी देने की सहमति के बाद रात करीब 2 बजे प्रदर्शन समाप्त हुआ।

Singrauli Road Accident News: सिंगरौली में एक सड़क हादसे में 22 वर्षीय युवक विनय पांडे की मौत हो गई। गुस्साए लोगों ने जमकर पत्थरबाजी की, जिसमें मोरवा थाना प्रभारी उमेश प्रताप सिंह घायल हो गए। भीड़ ने हादसे वाले ट्रक में आग लगाने की कोशिश भी की। परिजन और स्थानीय लोग युवक के शव के साथ सड़क पर बैठ गए। सूचना मिलते ही पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। हादसे वाली जगह पर प्रशासन ने दुकानें बंद करा दीं। अधिकारियों ने मुआवजे के तौर पर 50 हजार रुपए का चेक दिया, जबकि परिजन 20 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। पिता को प्राइवेट कंपनी में नौकरी और बहन को सरकारी नौकरी देने की सहमति के बाद रात करीब 2 बजे प्रदर्शन समाप्त हुआ।

घटना बुधवार शाम करीब 4 बजे की है। कथुरा गांव निवासी विनय पांडे (22) बैढ़न के जिला अस्पताल से चेकअप के बाद घर लौट रहा था। कचनी के पास एक ट्रक ने उसे टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि सिंगरौली में आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। इसके लिए जिम्मेदार कौन है?

ट्रक में आग लगाने की कोशिश

हादसे के बाद परिजनों ने शव को उठाने से इनकार कर दिया। 500 से ज्यादा लोगों ने मुख्य सड़क जाम कर दी और ट्रक पर पत्थर फेंककर तोड़फोड़ की। कुछ लोगों ने ट्रक पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने पेट्रोल की बोतल छीन ली। पत्थरबाजी में थाना प्रभारी उमेश प्रताप सिंह के हाथ में चोट लगी। हादसे का ट्रक बैढ़न कोतवाली में खड़ा किया गया है। प्रशासन ने माता-पिता को 25-25 हजार रुपए की तात्कालिक आर्थिक सहायता दी। स्थानीय लोगों ने 70 हजार रुपए की मदद की। अधिकारियों ने पिता को ओवर बर्डन कंपनी में मिट्टी खोदने का काम और बहन को रेडक्रॉस या जिला अस्पताल में सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया।

रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल गया था

विनय पांडे को किडनी की बीमारी थी और उसका बनारस में इलाज चल रहा था। पिता संतोष पांडे किसान हैं और बेटे के इलाज के लिए 5 एकड़ जमीन बेच चुके थे। विनय नॉर्मल चेकअप के लिए जिला अस्पताल आया था और लौटते समय हादसे का शिकार हो गया।

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