Satna Railway Track Dharna: रेलवे ट्रैक पर महिलाओं ने रास्ता बंद करने के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने नारेबाजी की, जिससे ट्रेन का इंजन एक घंटे तक नहीं निकल पाया। पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाइश देकर हटाया। विरोध करने वाले नागरिकों ने बताया कि यह रास्ता दशकों पुराना है और करीब 5 हजार लोग रोज इसका उपयोग करते हैं। बिरला फैक्ट्री प्रबंधन और स्थानीय लोगों के बीच इस रास्ते को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है।
Satna News in Hindi: सतना के मारुति नगर में रेलवे ट्रैक पर महिलाओं ने रास्ता बंद करने के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने नारेबाजी की, जिससे ट्रेन का इंजन एक घंटे तक नहीं निकल पाया। पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाइश देकर हटाया। बिरला फैक्ट्री प्रबंधन ने रेलवे ट्रैक के दोनों ओर गड्ढा खोदकर स्लीपर लगाकर आम रास्ता बंद कर दिया।
गुरुवार को स्थानीय नागरिकों ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि यह रास्ता रोजाना हजारों लोग इस्तेमाल करते हैं। रास्ता बंद होने से उन्हें लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा, जिससे स्कूल, अस्पताल और कामकाज में परेशानी होगी। उन्होंने प्रशासन से रास्ता चालू रखने की मांग की।
लोग बोले- सालों पुराना है रास्ता
विरोध करने वाले नागरिकों ने बताया कि यह रास्ता दशकों पुराना है और करीब 5 हजार लोग रोज इसका उपयोग करते हैं। बिरला फैक्ट्री प्रबंधन और स्थानीय लोगों के बीच इस रास्ते को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। हंगामा बढ़ता देख फैक्ट्री प्रबंधन के कर्मचारी मौके से चले गए। आरपीएफ और कोलगवां थाना पुलिस ने स्थिति को शांत किया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि रास्ता बंद होने से उन्हें भारी असुविधा होगी। उन्होंने प्रशासन से इस रास्ते को फिर से खोलने की मांग की है।
एक दिन पहले हुआ था हादसा
बुधवार शाम को इस रेलवे क्रॉसिंग पर एक हादसा हुआ था। संजय शुक्ला अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कार में ट्रैक पार कर रहे थे, तभी बिरला फैक्ट्री की ओर जा रही मालगाड़ी आ गई। कार मालगाड़ी की चपेट में आकर करीब 2 मीटर तक घसीटी गई। ट्रेन की कम रफ्तार और लोको पायलट द्वारा इमरजेंसी ब्रेक लगाने से बड़ा हादसा टल गया।
