केंद्र पर महिला आरक्षण लागू करने के लिए दबाव बनाएगीं सोनिया गांधी और बेटी प्रियंका
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी तमिलनाडु की एम के स्टालिन सरकार द्वारा आयोजित की गई महिला आरक्षण कॉन्फ्रेंस में भाग लेंगी। इसके लिए दोनों शुक्रवार (13 अक्टूबर) को चेन्नई पहुंची। एयर पोर्ट पर मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने दोनों का स्वागत किया।
महिला आरक्षण कॉन्फ्रेंस का आयोजन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होगा। जिसका मुख्य उदेश्य विधानसभा और लोकसभा सीटों में 33 फीसदी आरक्षण लागू करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाना है.
मेहबूबा-कनिमोझी में भाग लेंगी
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी सुप्रीमो मेहबूबा मुफ़्ती भी इस कॉन्फ्रेंस में भाग लेने पहुंची। साथ ही DMK महासचिव और सांसद कनिमोझी करूणानिधि भी इस कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे
केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण कानून बनाया है
केंद्र की मोदी सरकार ने संसद का विशेष सत्र बुलाकर महिला आरक्षण कानून (Women Reservation Act) बनाया है। 19 सितंबर को केंद्र सरकार ने लोकसभा में ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ पेश किया। ये एक्ट संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा से पारित होने के बाद राष्ट्रपति (Draupadi Murmu) के पास हस्ताक्षर के लिए पहुंंचा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद ये विधेयक कानून बन चुका है।
महिला आरक्षण को परिसीमन का इंतजार करना होगा
विधेयक में साफ-साफ लिखा है कि महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत रिजर्वेशन डिलिमिटेशन यानी परिसीमन के बाद ही लागू होगा। विधेयक के एक्ट बनने के बाद जो पहली जनगणना होगी, उसी आधार पर परिसीमन होगा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक 2026 से पहले परिसीमन लगभग असंभव है, क्योंकि 2021 में होने वाली जनगणना कोविड-19 की वजह से अभी तक नहीं हो सकी है।