हाल ही में अपने इस्तीफे से चर्चा में आयी डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे का फैसला कोर्ट द्वारा सुनाया गया और उनका इस्तीफा मंजूर किया जा चुका है.
मध्यप्रदेश सरकार में छतरपुर जिले से डिप्टी कलेक्टर रही निशा बांगरे का इस्तीफा कोर्ट ने मंजूर कर लिया है हाइकोर्ट के दखल के बाद ही प्रशासन ने यह फैसला लिया है और उनपर चल रही विभागीय जांच भी समाप्त कर दी गयी है
क्यों दिया था इस्तीफा?
निशा बांगरे द्वारा जारी लेटर में कहा गया कि मै अपने घर के उद्घाटन में उपस्थित न होने से आहत हूँ,उद्घाटन में विश्व शांतिदूत तथाकथित बुद्ध की अस्थियों के भी दर्शन लाभ की अनुमति न देने से मेरी धार्मिक भावनाओं को अपूर्णनीय क्षति हुई है,अतः मैअपने मौलिक अधिकार धार्मिक आस्था एवं संवैधानिक मूल्यों से समझौता करके डिप्टी कलेक्टर पद पर बने रहना उचित नहीं समझती,इसीलिए मैं अपने पद से 22 जून 2023 को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देती हूँ.
क्या कांग्रेस देगी टिकट?
इस्तीफे के साथ ये अटकलें लगायी जारहीं है की निशा बांगरे कांग्रेस की टिकट से बैतूल की आमला विधानसभा से चुनाव लड़ सकती हैं चूँकि कांग्रेस ने 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं,हालांकि ये भी कहा जारहा है की 4 सीटों पर प्रत्याशी बदले जा सकते हैं.देखना होगा की क्या निशा को टिकट मिलती है नहीं। अगर बात करें चुनावी प्रक्रिया की तो 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक पर्चा भरा जायेगा और 2 नवंबर तक फॉर्म वापसी ,मतदान 17 नवंबर को और मतगणना 3 दिसंबर को होगी।
कहाँ तक पढ़ी हैं निशा
अगर बात की जाए निशा के एजुकेशन की तो उन्होंने विदिशा सम्राट अशोक प्रौद्योगिकी संस्थान से 2014 में इंजीनियरिंग के बाद प्राइवेट नौकरी की,फिर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की,साल 2016 में MPPSC परीक्षा पास कर डिप्टी एसपी बनीं,2017 में फिर MPPSC परीक्षा पास कर डिप्टी कलेक्टर बनीं।