Why Trump wants Bagram Airbase: डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बार फिर अफगानिस्तान (Afghanistan) को कड़ा संदेश दिया है बगराम एयरबेस (Bagram Air Base) अमेरिका को लौटाओ, वरना ‘बुरी चीजें’ (Bad Things) होने का इशारा। ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल (Truth Social) पर लिखा, “अगर अफगानिस्तान ने बगराम एयरबेस उन लोगों को वापस नहीं दिया जिन्होंने इसे बनाया था यानी अमेरिका को, तो उसके लिए बुरी चीजें होंगी।
”यह बयान अमेरिका-चीन तनाव (US-China Tensions) के बीच आया है, जहां ट्रंप बगराम को चीन के खिलाफ स्ट्रैटेजिक एडवांटेज मानते हैं। लेकिन तालिबान (Taliban) ने साफ इनकार कर दिया है, जबकि चीन ने अफगानिस्तान की संप्रभुता का समर्थन किया। क्या यह नई अफगान जंग (New Afghan War) की शुरुआत है?
ट्रंप ने ब्रिटिश पीएम कीयर स्टार्मर (Keir Starmer) के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में बगराम का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “हम अफगानिस्तान से बात कर रहे हैं और हम चाहते हैं कि वे एयरबेस तुरंत वापस करें। और अगर वे ऐसा नहीं करते… तो आप जल्द ही जान जाएंगे कि मैं क्या करने वाला हूं।” व्हाइट हाउस में अफगानिस्तान भेजने पर सैनिकों के सवाल पर ट्रंप ने टालते हुए बगराम पर फोकस किया। यह पहली बार नहीं—ट्रंप ने हाल ही में ब्रिटेन यात्रा के दौरान भी इसकी मांग की थी।
ट्रंप को क्यों चाहिए बगराम एयरबेस?
बगराम एयरबेस, काबुल से 40 किमी उत्तर में स्थित, अफगान युद्ध (Afghan War) के दौरान अमेरिका का सबसे बड़ा मिलिट्री बेस था। 2021 में अमेरिकी विदाई के बाद तालिबान के हाथों में चला गया, जब अफगान सरकार गिर गई। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 2020 से 2025 तक सैटेलाइट इमेजरी से पता चलता है कि बेस पर न्यूनतम एक्टिविटी है कोई चीनी मौजूदगी नहीं। फिर भी, अमेरिकी अफसरों का मानना है कि इसे वापस लेना एक और हमले जैसा होगा, जिसमें 10,000 से ज्यादा सैनिक और एडवांस्ड एयर डिफेंस सिस्टम्स चाहिए।
यह चेतावनी अमेरिका-अफगानिस्तान संबंधों (US-Afghanistan Relations) को फिर से तनावपूर्ण बना रही है, जो 2021 की विदाई के बाद ठंडे पड़े थे। विशेषज्ञों का कहना है कि बगराम पर कंट्रोल वापस लेना न सिर्फ तालिबान के खिलाफ जंग छेड़ सकता है, बल्कि चीन-पाकिस्तान-अफगान एलाइंस (China-Pakistan-Afghan Alliance) को मजबूत करेगा। अमेरिकी पूर्व अफसरों ने चेतावनी दी है कि यह ‘एक और अफगान मिशन’ साबित हो सकता है, जो ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के लिए सिरदर्द बनेगा।