Bajrang Baan: आप सभी ने कभी न कभी बजरंग बाण मंत्र के बारे सुना होगा या फिर बजरंग बाण का जाप जरूर किया होगा। बजरंग बाण एक अत्यंत शक्तिशाली स्तुति है जो भगवान हनुमान को समर्पित है। यह उनके पराक्रम, भक्ति और संकल्प को स्मरण कर संकटों से रक्षा करने का आह्वान करता है। ऐसा माना जाता है कि इसका पाठ करते ही भगवान हनुमान तत्क्षण सहायता को आते हैं। लेकिन बजरंग बाण एक ऐसा जाप मंत्र है जिसे अन्य देवताओ की आरती के समान कभी भी किसी भी वक्त नहीं किया जाता इसका एक समय होता है कुछ विधियां होती है जिसका पालन यदि ना किया जाये तो जाप का असर उल्टा हो जाता है. तो यदि आप भी बजरंग बाण का जाप करना शुरू करना चाहते हैं तो ये जानकारी आपके लिए बेहत लाभकारी होगी।
बजरंग बाण करने के नियम
Rules for performing Bajrang Baan: बजरंग बाण एक बेहद ही लाभकारी मंत्र है जो सीधा बजरंग बलि तक आपकी प्रार्थना को पहुंचाता है. लेकिन बजरंग बाण का जाप करने का सही तरीका यदि जाप करने वाले को नहीं पता होगा तो उस पर इस जाप का असर उल्टा पड़ जाता है. इस जाप में बजरंग बलि को सीधा प्रभु श्री राम की कसम दी जाती है, इसी वजह से यदि बिना किसी संकट के यदि इस मंत्र से बजरंग बलि को श्री राम की सौगंध दी जाती है तो प्रभु हनुमान नाराज़ हो जाते है. इस लिए बजरंग बाण के कुछ नियम है जिन्हे पालन करना जरुरी है जैसे-
- स्नान कर के शुद्ध वस्त्र पहनें
- श्रीराम नाम का स्मरण करें और फिर बजरंग बाण का पाठ करें
- जब तक कोई मुसीबत न हो या बिना उद्देश्य के इस मंत्र का जाप नहीं करें
- रात्रि के 9 बजे के बाद बजरंग बाण का जाप न करें
क्या बजरंग बाण पढ़ने के दुष्परिणाम हो सकते हैं?
adverse effects of reciting Bajrang Baan: यदि इन नियमों का पालन किये बिना बजरंग बाण का जाप किया जायेगा तो भगवान हनुमान क्रोधित हो सकते है जिसका असर अपनी के जावन में दिख सकता है. बजरंग बाण अत्यंत शक्तिशाली है। यदि इसे अनियमित, बिना श्रद्धा, या गलत समय पर पढ़ा जाए, तो मानसिक अशांति या भारीपन का अनुभव हो सकता है। यह मंत्र हनुमान जी को युद्ध रूप में आमंत्रित करता है, इसलिए इसे हल्के में न लें।