रीवा आए शिवराज और पटवारी क्या बोले? जान लीजिए

What did Shivraj and Patwari say when he came to Rewa? know this

Madhya Pradesh News; रीवा लोकसभा में वोटिंग की तारीख नजदीक आते ही, सभी राजनितिक दलों ने अपने प्रचार अभियान को तेज कर दिया है. इसी सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी रीवा संसदीय क्षेत्र के आए हुए थे.

Rewa News local News: मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी नीलम अभय मिश्रा के पक्ष में जनता से वोट मांगने रीवा आए हुए इस दौरान उन्होंने कहा-, ’19 अप्रैल को एमपी की 6 सीटों पर चुनाव हुए। इनमें 4 सीट कांग्रेस लाएगी। देश में जिस तरह से वोटिंग की ट्रेंड चल रही है, मोदी जा रहे हैं और इंडिया गठबंधन आ रहा है।’

उधर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा संसदीय क्षेत्र के मऊगंज में बीजेपी प्रत्याशी जनार्दन मिश्र के समर्थन में आए हुए थे. इस दौरान उनके निशाने पर राहुल गांधी रहे। पूर्व सीएम ने कहा, ‘कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता सोनिया गांधी चुनाव नहीं लड़ रहीं। चुनाव के मैदान से पलायन कर दिया। राहुल बाबा अमेठी से लड़ते थे। वे रणछोड़दास हो गए। अमेठी से वायनाड निकल लिए। लेकिन, हम लड़ रहे, क्योंकि हम यहां पैदा हुए हैं।’

पटवारी बोले- मोदी छोटी और ओछी बातें करते हैं

राहुल गांधी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर पटवारी ने कहा, ‘लोकतांत्रिक व्यवस्था में इस तरह की भाषा प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देती। आपने 10 साल में क्या किया? देश में सबसे ज्यादा गरीबी क्यों है? देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी क्यों है? सिलेंडर 1200 का क्यों हो गया? आप देश को क्या देना चाहते हैं? इस पर बात नहीं करते, छोटो और ओछी भाषा बोलते हैं।’

आज नांदेड़ (महाराष्ट्र) की सभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है, ‘राहुल गांधी 26 अप्रैल के बाद किसी अन्य क्षेत्र से नामांकन करेंगे। कांग्रेस के शहजादे को अब वायनाड से भी डर लग रहा है। वे अब अमेठी की तरह वायनाड भी छोड़कर भागेंगे।’

शिवराज बोले-राहुल बाबा, इटली वाली भाषा हम नहीं ला सकते

मऊगंज की सभा में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘राहुल गांधी कह रहे थे कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में गरीबों के लिए कुछ कहा ही नहीं है। अरे राहुल बाबा, हमने हिंदी में संकल्प पत्र जारी किया है, जरा ध्यान से पढ़ लो। हिंदी नहीं आती तो अंग्रेजी वाला पढ़ लो। अब अंग्रेजी भी तुम्हारी समझ नहीं आए तो इटली वाली भाषा तो हम नहीं ला सकते।’

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