GST Reformation से बाइक-कार सस्ती हो गईं! जानें क्या-क्या सस्ता हो गया

What became cheaper due to GST reform/ GST रेफोर्मेशन से क्या क्या सस्ता हो गया New GST Slab/ New GST Rates : केंद्र सरकार ने 1 अक्टूबर 2025 से लागू होने वाले GST सुधारों (GST Reforms 2025) की जगह अब 22 सितंबर 2025 से नई दरें लागू करने का ऐलान किया है, जैसा कि 56वीं GST काउंसिल बैठक (3-4 सितंबर 2025) में तय हुआ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बताया कि मौजूदा चार स्लैब (5%, 12%, 18%, 28%) को घटाकर दो स्लैब (5% और 18%) कर दिया गया है। 12% और 28% स्लैब खत्म (Removal of 12% and 28% Slabs) हो गए हैं.

जबकि लग्जरी और सिन गुड्स (GST On Luxury and Sin Goods) जैसे तंबाकू, पान मसाला, और बड़ी कारों पर नया 40% स्लैब लागू होगा। रोटी, पनीर, दूध, और हेल्थ-लाइफ इंश्योरेंस (New GST On Health and Life Insurance) पर GST पूरी तरह हटाकर 0% कर दिया गया है। यह सुधार, जिसे पीएम मोदी (Narendra Modi) ने स्वतंत्रता दिवस 2025 पर “दिवाली गिफ्ट” (Diwali Gift) बताया, आम आदमी, किसानों, और MSME को राहत देगा।

GST रिफॉर्मेशन से सस्ती हुई चीजें और नई टैक्स दरें

Items Cheaper and New Tax Rates

1. रोजमर्रा के सामान (GST Rate On Daily-Use Items/FMCG)

  • सस्ती हुई चीजें:
    • टूथपेस्ट, टूथ पाउडर, साबुन, हेयर ऑयल, शैंपू, डेंटल फ्लॉस, मैनिक्योर किट, रेजर, तालकम पाउडर, सेफ्टी माचिस: पहले 12% या 18% GST, अब 5%।
    • ब्रांडेड नमकीन, भुजिया, सॉस, इंस्टेंट नूडल्स, कॉर्नफ्लेक्स, पास्ता, जाम, जेली: पहले 12% या 18%, अब 5%।
    • रोटी, पराठा, नान, खाखरा, पिज्जा ब्रेड, छेना, पनीर, UHT दूध: पहले 5% या 12%, अब 0% (टैक्स फ्री)।
    • सूखे मेवे (अखरोट, पिस्ता, काजू, बादाम, खजूर), चॉकलेट, कॉफी, कन्फेक्शनरी: पहले 12% या 18%, अब 5%।
    • कंडेंस्ड मिल्क, बटर, घी: पहले 12%, अब 5%।
    • कैंडल, बांस से बनी फर्नीचर, टेबलवेयर, किचनवेयर: पहले 12% या 18%, अब 5%।

रोजमर्रा की खरीदारी (पर मासिक खर्च में 5-10% की बचत होगी। उदाहरण: ₹100 का शैंपू पहले ₹118 में मिलता था (18% GST), अब ₹105 में मिलेगा (5% GST)।

2. इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरण (GST On Electronics and Appliances)

  • सस्ती हुई चीजें:
    • टीवी (32 इंच से बड़े), फ्रिज, वॉशिंग मशीन, एसी, डिशवॉशर, मॉनिटर, प्रोजेक्टर : पहले 28%, अब 18%।
    • कुछ मोबाइल, कुछ कंप्यूटर, प्रिंटर पहले 28% या 18%, अब 18%।
    • प्रेशर कुकर, सिलाई मशीन, गीजर : पहले 12% या 18%, अब 5%।
  • प्रभाव: बड़े उपकरणों की कीमत में 10% तक कमी आएगी। उदाहरण: ₹50,000 के एसी पर पहले ₹14,000 GST (28%) लगता था, अब ₹9,000 (18%) लगेगा, यानी ₹5,000 की बचत।

3. ऑटोमोबाइल (GST On Automobile)

  • सस्ती हुई चीजें:
    • छोटी कारें (पेट्रोल <1200cc, डीजल <1500cc, लंबाई <4 मीटर), मोटरसाइकिल (350cc तक), साइकिल, इलेक्ट्रिक वाहन: पहले 28% (प्लस 1-3% सेस), अब 18%।
    • ट्रक, बस, ऑटो रिक्शा, एम्बुलेंस: पहले 28%, अब 18%।
    • ऑटो पार्ट्स: पहले 28% या 18%, अब एकसमान 18%।
  • 40% स्लैब में शामिल:
    • मिड-साइज और बड़ी कारें (>1200cc पेट्रोल, >1500cc डीजल), मोटरसाइकिल (>350cc), निजी विमान, याट: पहले 28% (प्लस 15-22% सेस), अब 40%।
  • प्रभाव: छोटी कारें जैसे मारुति स्विफ्ट (Maruti Swift) या मोटरसाइकिल जैसे हीरो स्प्लेंडर (Hero Splendor) 10% सस्ती होंगी। उदाहरण: ₹7 लाख की कार पर पहले ₹1.96 लाख GST (28%), अब ₹1.26 लाख (18%), यानी ₹70,000 की बचत। लेकिन रॉयल एनफील्ड (Royal Enfield) या टोयोटा फॉर्च्यूनर (Toyota Fortuner) जैसी गाड़ियां 40% स्लैब में महंगी हो सकती हैं, क्योंकि मौजूदा 28% GST + 15-22% सेस (कुल ~50%) से 40% टैक्स कम है, पर कीमत में ज्यादा कमी नहीं आएगी।

4. कृषि (GST On Agriculture)

  • सस्ती हुई चीजें:
    • ट्रैक्टर, खेती-बागवानी मशीनें, हार्वेस्टिंग मशीनें, कम्पोस्टिंग मशीनें, बायो-पेस्टिसाइड्स: पहले 12%, अब 5%।
    • सल्फ्यूरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, अमोनिया: पहले 18%, अब 5%।
    • नैचुरल मेंथॉल: पहले 12%, अब 5%।
  • प्रभाव: खेती की लागत कम होगी, जिससे किसानों को राहत और खाद्य कीमतें स्थिर रहेंगी। उदाहरण: ₹10 लाख के ट्रैक्टर पर पहले ₹1.2 लाख GST (12%), अब ₹50,000 (5%), यानी ₹70,000 की बचत

5. हेल्थ (GST On Health)

  • सस्ती हुई चीजें:
    • हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस (पर्सनल पॉलिसी, फैमिली फ्लोटर, सीनियर सिटीजन पॉलिसी) : पहले 18%, अब 0% (टैक्स फ्री)।
    • 33 लाइफ-सेविंग दवाएं, कैंसर की दवाएं, रेयर डिजीज की दवाएं: पहले 12% या 5%, अब 0% (टैक्स फ्री)।
    • सामान्य एंटीबायोटिक्स, पेनकिलर दवाएं, डायग्नोस्टिक किट, ब्लड ग्लूकोज मॉनिटर, सर्जिकल उपकरण, बैंडेज, थर्मामीटर, ग्लूकोमीटर: पहले 12% या 18%, अब 5%।
    • चश्मे, करेक्टिव गॉगल्स: पहले 28%, अब 5%।
  • प्रभाव: इंश्योरेंस प्रीमियम सस्ते होने से बीमा कवरेज बढ़ेगा। उदाहरण: ₹20,000 के हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर पहले ₹3,600 GST (18%), अब ₹0, यानी 15% बचत। कैंसर दवाएं सस्ती होने से मरीजों को राहत

6. एजुकेशन (GST On Education)

  • सस्ती हुई चीजें:
    • पेंसिल, शार्पनर, क्रेयॉन, पास्टल, इरेजर, नोटबुक, एक्सरसाइज बुक, नक्शे, चार्ट, ग्लोब: पहले 5% या 12%, अब 0% (टैक्स फ्री)।
    • ज्योमेट्री बॉक्स, ग्लेज्ड टाइल्स : पहले 12%, अब 5%।
  • प्रभाव: शिक्षा सामग्री सस्ती होने से स्कूलों और अभिभावकों का खर्च कम होगा। उदाहरण: ₹100 की नोटबुक पर पहले ₹12 GST (12%), अब ₹0।

7. निर्माण क्षेत्र (GST On Construction Materials)

  • सस्ती हुई चीजें:
    • सीमेंट, रेडी-मिक्स कंक्रीट (GST On Cement): पहले 28%, अब 18%।
    • मार्बल, ग्रेनाइट ब्लॉक, इंटरमीडिएट लेदर गुड्स: पहले 12%, अब 5%।
  • प्रभाव: निर्माण लागत में 10% की कमी से घर और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स सस्ते होंगे।

8. हस्तशिल्प और श्रम-प्रधान उद्योग (GST On Handicrafts and Labour-Intensive Sectors)

  • सस्ती हुई चीजें:
    • हस्तशिल्प, मार्बल, ग्रेनाइट ब्लॉक, लेदर गुड्स: पहले 12%, अब 5%।
  • प्रभाव: हस्तशिल्प उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ग्रामीण रोजगार बढ़ेगा।

9. टेक्सटाइल (GST On Textiles)

  • सस्ती हुई चीजें:
    • मैनमेड फाइबर, यार्न: पहले 18% या 12%, अब 5%।
  • प्रभाव: कपड़ा उद्योग में लागत कम होने से कपड़े सस्ते होंगे, जिससे निर्यात को बढ़ावा मिलेगा

10. लग्जरी और सिन गुड्स (GST On Luxury and Sin Goods)

  • महंगे हुए सामान:
    • तंबाकू, पान मसाला, सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, कैफीनेटेड ड्रिंक्स: पहले 28% (प्लस सेस), अब 40%।
    • मिड-साइज/बड़ी कारें (>1200cc पेट्रोल, >1500cc डीजल), मोटरसाइकिल (>350cc), निजी विमान, याट: पहले 28% (प्लस 15-22% सेस), अब 40%।
  • प्रभाव: सिन गुड्स और लग्जरी वस्तुओं पर टैक्स बढ़ने से इनका उपभोग कम होगा, लेकिन कीमतें बढ़ेंगी। उदाहरण: ₹20 लाख की SUV पर पहले ₹5.6 लाख GST + ₹4.4 लाख सेस (कुल ~50%), अब ₹8 लाख GST (40%), यानी मामूली कमी

11. अन्य सेवाएं

  • सस्ती हुई सेवाएं:
    • रेस्तरां भोजन (Restaurant Meals): पहले 12% या 18%, अब 5%।
    • होटल (कमरा किराया <₹7,500/रात): पहले 12%, अब 5%।
    • जिम, सैलून, योगा सेंटर, हेल्थ क्लब : पहले 18%, अब 5% (बिना ITC)।
    • पैसेंजर ट्रांसपोर्ट (रोड), मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट): 5% (बिना ITC) या 18% (ITC के साथ)।
    • पैसेंजर ट्रांसपोर्ट (हवाई – इकोनॉमी क्लास): 5%।
  • प्रभाव: रेस्तरां और होटल सेवाएं सस्ती होने से फेस्टिव सीजन में खपत बढ़ेगी

GST रिफॉर्मेशन 2025 (GST Reforms 2025) से छोटी कारें (पेट्रोल <1200cc, डीजल <1500cc) और 350cc तक की मोटरसाइकिल 28% से घटकर 18% GST स्लैब में आएंगी, जिससे ये 10% तक सस्ती होंगी। हालांकि, मिड-साइज/बड़ी कारें और 350cc से ऊपर की बाइक 40% स्लैब में जा सकती हैं, जिससे उनकी कीमतें स्थिर रहेंगी या मामूली कम होंगी। रोजमर्रा की चीजें (टूथपेस्ट, साबुन, नमकीन), इलेक्ट्रॉनिक्स (टीवी, फ्रिज), कृषि उपकरण, और हेल्थ-एजुकेशन सामग्री सस्ती होंगी। रोटी, पनीर, और इंश्योरेंस पर जीरो GST से आम आदमी को बड़ी राहत मिलेगी। यह सुधार अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को गति देगा, लेकिन राजस्व और लग्जरी सेगमेंट पर नजर रखनी होगी।

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