वेदर न्यूज। उत्तर भारत में बारिश कहर बनकर सामने आ रही है और लोगो को अभी भारी बारिश और बाढ़ की समस्या से राहत मिलती नजर नही आ रही है, क्योकि उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 12, 13 और 14 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बागेश्वर, चंपावत, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़ जैसे जिलों में बाढ़ की आशंका जताई गई है। ऐसे में यूपी और उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित वाले क्षेत्रों का प्रशासन व्यवस्था बनाने के साथ ही छुट्रिया भी घोषित कर सकता है।
उत्तराखंड में हालात बिगड़े
मौसम विभाग के द्वारा जारी चेतावनी के चलते तीर्थ यात्राएं रोकी गई है, तो वही भारी बारिश की वजह से चंडी देवी मंदिर के पैदल मार्ग को बंद कर दिया गया है। भूस्खलन और रास्ते में फिसलन का खतरा है। उत्तराखंड की सड़कों पर मलबा आने की वजह से 4 राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 171 सड़कें बंद हैं। अल्मोड़ा और बागेश्वर की 11-11,चमोली की 21, देहरादून की 14, हरिद्वार की सात, पौड़ी की 22 और उत्तरकाशी की 20 सड़कें शामिल हैं। पिथौरागढ़ में सरयू और सत्यनारायण में सौंग नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।
उत्तर-प्रदेश में बाढ़ से बर्बादी
उत्तर-प्रदेश में लगातार बारिश के चलते संभल, लखनऊ, महोबा से जनहानि की खबरें आ रही है तो यूपी के 23 जिले इस समय बाढ़ की चपेट में हैं। इनमें अयोध्या, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, गोरखपुर, गोंडा, मेरठ, मुरादाबाद, उन्नाव, प्रयागराज और वाराणसी जिलों की गंगा समेत अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ जाने के कारण लोगो के घरों में नदियों का पानी भर गया और उनकी गृहस्थी न सिर्फ तैयार रही है बल्कि बर्बाद हो गई है।
रोकी गई केदारनाथ यात्रा
उत्तराखंड मौसम विभाग की चेतावनी जारी होने के बाद श्रद्धालुओं को केदारनाथ यात्रा पर जाने से रोक दिया गया है। 12 से 14 अगस्त तक केदारनाथ मार्ग बंद रहेगा। ज्ञात हो कि यह कोई पहली बार नही है जब केदारनाथ समेत चारधाम की यात्रा पर ब्रेक लगा है। पहाड़ों से बोल्डर गिरने की वजह से पूरा रूट बाधित हो जाता है। ऐसे में जगह-जगह सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के डेंजर जोन पर 24 घंटे जेसीबी और पोकलेन मशीन तैनात की गई हैं।