Waqf Board Bill : वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच खींचतान के बीच एक वीडियो ने हलचल मचा दी है। वीडियो में लोगों से वक्फ विधेयक का विरोध करने की अपील की जा रही है। कुछ लोग लाउडस्पीकर के जरिए गली-लगी विधेयक के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं।
बिल पास हुआ तो मस्जिदें और मजारें छीन ली जाएंगी।
लोगों से विधेयक के खिलाफ अपनी राय देने का अनुरोध भी किया जा रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि अगर यह विधेयक पास हुआ तो हमारी मस्जिदें, मजारें और कब्रिस्तान छीन लिए जाएंगे। गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने भी वीडियो पर प्रतिक्रिया दी है।
समिति ने मुस्लिम संगठनों से राय मांगी
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को 8 अगस्त को लोकसभा में पेश किया गया था। हालांकि विपक्ष के भारी दबाव के बाद इसे संसद की संयुक्त समिति के पास भेज दिया गया है। समिति ने विधेयक पर मुस्लिम संगठनों से राय मांगी है। कोई भी आम आदमी भी अपनी राय समिति को भेज सकता है। वीडियो में भी लोगों से अपनी राय भेजने को कहा जा रहा है।
वायरल वीडियो में क्या है?
वायरल वीडियो किसी बाजार का लग रहा है। इसमें एक व्यक्ति के कंधे पर लाउडस्पीकर है। दूसरा व्यक्ति माइक से भाषण दे रहा है। एक मिनट के वीडियो में व्यक्ति कह रहा है कि वक्फ बिल 2024 को संसद में फिलहाल रद्द कर दिया गया है। यह संयुक्त संसदीय समिति के पास मौजूद है और संयुक्त संसदीय समिति ने इस पर राय मांगी है। इसलिए सभी महिला-पुरुषों और बहनों-भाइयों से अनुरोध है कि वे अपनी राय रखें।
मोदी के खिलाफ नफरत फैलाने की कोशिश: निशिकांत
झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि वक्फ संशोधन बिल संसद की संयुक्त समिति के पास विचाराधीन है। मैं खुद इसका सदस्य हूं। यह वीडियो देखकर मन व्यथित है। मैंने पूरा बिल कम से कम 100 बार पढ़ा है।
इस बिल की किस धारा में सरकार मस्जिदों, कब्रिस्तानों, दरगाहों और मदरसों पर कब्जे का कानून ला रही है? दुबे ने कहा कि झूठ की बुनियाद, वोट बैंक की राजनीति और मोदी विरोध की अंधी राजनीति ने लगातार देश के एक वर्ग विशेष के मन में नफरत पैदा करने की कोशिश की है।