Vaishno Devi temple Landslide : जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक यहां तूफान और बारिश का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में लगातार भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ। भूस्खलन के कारण वैष्णो देवी यात्रा प्रभावित हुई। क्योंकि बारिश के कारण वैष्णो देवी जाने वाले हिमकोटि मार्ग पर मलबा आने से कुछ देर के लिए रास्ता बंद हो गया था।
भूस्खलन के कारण कई सेवाएं रुकी
भूस्खलन के कारण बैटरी-केबल कार और हेलीकॉप्टर सेवाएं स्थगित कर दी गईं। ऐसे में वैष्णो देवी यात्रा पर जाने वाले लोगों को कुछ देर के लिए परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि एक से डेढ़ घंटे बाद मलबा साफ कर दिया गया और मार्ग खोल दिया गया। इस तरह यात्रा फिर से पहले की तरह शुरू हो गई। इसके अलावा वैष्णो देवी यात्रा का दूसरा मार्ग भी खुला था और लोग वहां से भी यात्रा कर रहे थे।
30 फीट रास्ते पर मलबा गिरा था। Vaishno Devi temple Landslide
हिमकोटि में जिस समय भूस्खलन हुआ, उस समय राहत की बात यह रही कि सड़क पर कोई यात्री नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया। अधिकारियों ने बताया कि हिमकोटि मार्ग पर सत्या व्यू प्वाइंट के पास मंगलवार दोपहर भूस्खलन हुआ। पत्थरों और मलबे के कारण सड़क का करीब 30 फीट हिस्सा बाधित हो गया था, जिसे तत्काल साफ कर डेढ़ घंटे में सेवाएं बहाल कर दी गईं। अब स्थिति सामान्य है और यात्रा जारी है।
दो रास्तों से होता है 13 किमी का सफर।
माता वैष्णो देवी मंदिर जाने के लिए तीर्थयात्रियों को कटरा से 13 किमी का सफर तय करना पड़ता है। इसमें दो रास्ते हैं। पहला रास्ता आपको कटरा से बाणगंगा, फिर चरण पादुका, फिर अर्धकुंवारी, फिर हिमकोटि, फिर सांझी छत और अंत में मंदिर तक ले जाता है। दूसरा रास्ता भी कटरा से ही शुरू होता है, लेकिन यह ताराकोट मार्ग से सांझी छत तक जाता है। इस सफर को पूरा करने के लिए लोग अक्सर बैटरी-केबल कार और हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन भूस्खलन के कारण रास्ता बंद हो गया।
हफ्ते भर से हेलीकॉप्टर सेवा बंद। Vaishno Devi temple Landslide
वहीं, कोहरे के कारण हेलीकॉप्टर सेवाएं भी बंद हैं। पिछले 6 दिनों से हेलीकॉप्टर सेवाएं नहीं चल रही हैं। खराब मौसम के कारण लोगों को यात्रा करने में काफी परेशानी हो रही है। इसके बावजूद लोग अपने परिवार के साथ माता वैष्णो देवी मंदिर पहुंच रहे हैं। हालांकि, प्रशासन ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे भूस्खलन वाले इलाकों में न रुकें और सावधानी से यात्रा करें। हालांकि, हर संवेदनशील जगह पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
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