US Presidential Election 2024: Joe Biden ने किया बड़ा दावा बोले Trump को फिर राष्ट्रपति चुनाव में हराऊंगा

US Presidential Election 2024: वाशिंगटन में नाटों शिखर सम्मेलन के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन नें कहा कि फिलहाल कोई भी सर्वेक्षण या व्यक्ति उन्हें यह संकेत नहीं दे रहा है कि वह दोबारा चुनाव नहीं जीत सकते। इसलिए वह पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने अपने मुख्य रिपब्लिक प्रतिद्वंदी डोनाल्ड ट्रम्प को एक बार फिर चुनाव में हराने की बात कही।

पिछ्ली डिबेट में डोनाल्ड ट्रम्प से कमजोर पड़ने के बाद Joe Biden पर आरोप लगने लगे थे कि वह राष्ट्रपति की उम्मीदवारी से पीछे हट जाए। बढ़ती उम्र भीं उनकी दावेदारी को कमजोर कर रही थी. लेकिन उनके आक्रामक तेवरों ने सबको हैरान कर दिया है.

बाइडेन ने आगे कहा कि मैं राष्ट्रपति की उम्मीदवारी के लिए सबसे बेहतर हूं और मैंने एक बार ट्रम्प को हराया है और फिर हराऊंगा। आपको बता दे कि उनके पार्टी के भीतर ही विरोध हो रहा है की वह अपनी दावेदारी छोड़ दें साथ ही अमेरिका के तमाम बड़े उद्योगपति भी उनके खिलाफ हैं। ऐसे में बाइडेन के सामने ये बड़ी चुनौती है की वह अपने खिलाफ उठते विरोध को कैसे कम करें।

बढ़ती उम्र बन रही चुनौती

राष्ट्रपति जो बाइडेन 81 वर्ष के हो चुके हैं। बढ़ती उम्र उनके लिए बड़ी चुनौती है। बाइडेन डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं। यह उनका दूसरा चुनाव है पिछली बार उन्होंने डोनॉल्ट ट्रम्प को हराया था। लेकिन इस बार उन्हें ट्रम्प की तरफ से कड़ी टक्कर मिल रही है. अफगानिस्तान से सेना की वापसी और रूस यूक्रेन युध्य मुद्दे पर ट्रम्प बाइडेन पर हावी है. कई बार बाइडेन अपनी जगह सही से खड़े तक नहीं हो पाते। उनकी अपनी पार्टी के नेता उनसे अपनी दावेदारी वापिस लेने को कह रहे हैं. और कई नेता तो मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम आगे कर रहे हैं।

बाइडेन की फिसली जुबान

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडेन की जुबान फिसल गयी और उन्होंने कमला हैरिस को ट्रम्प कह दिया। उन्होंने कहा मैं ट्रंप को उपराष्ट्रपति के रूप में नहीं चुनता अगर मुझे लगता कि वह राष्ट्रपति बनने के योग्य नहीं हैं. इससे पहले वह जैलेंसकी को पुतिन बोल चुके है.

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया

  • अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हर चार साल में नवंबर के पहले सोमवार के बाद आने वाले पहले मंगलवार को होता है। अगला राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर 2024 को होगा।
  • अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से एक साल पहले ही इसकी प्रक्रिया शुरू हो जाती है। अमेरिका में दो मुख्य राजनीतिक दल डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन हैं, जिनके उम्मीदवार ही चुनावी अभियान की शुरुआत करते हैं।
  • इस अभियान में अलग-अलग दलों के कई उम्मीदवार भाग लेते हैं और पैसा जुटाने के लिए रैली आयोजित करते हैं। 
  • इसके बाद डेमोक्रेट और रिपब्लिकन उम्मीदवार टीवी पर बहस शुरू करते हैं। बहस के दौरान प्रत्येक उम्मीदवार अपनी नीतियों और अन्य मुद्दों पर अपना बचाव करता है।

पहला चरण

इसमें सबसे पहले प्राइमरी और कॉकस दो चरण होते है, जिससे लोग राज्यों और राजनीतिक दलों को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार चुनने में मदद करते है.

कॉकस

इस चरण में पार्टी कार्यकर्ता आपस में चर्चा करते है और बेहतर उम्मीदवार का चयन करते है. अमेरिका की मुख्य दो पार्टी डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन के अलग अलग उम्मीदवार चुने जाते है.

प्राइमरी

दूसरी ओर प्राइमरी में राष्ट्रपति चुनाव से पहले 6 से 9 महीने के अन्दर लोग अपने उम्मीदवार को चुनते हैं. इसमें अलग-अलग पार्टी के विभिन्न प्रतिनिधियों में से सबसे अच्छे उम्मीदवार के लिए वोट किया जाता है, जो आम चुनाव में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेगा। 

दूसरा चरण

राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए प्रतिनिधयों को बहुमत पाना होता है. प्रत्येक पार्टी एक राष्ट्रीय सम्मेलन कराती है। इस चरण में तमाम प्रक्रियाओं के बाद अंतिम राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार का चयन होता है. इस कन्वेंशन में राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार अपने लिए उपराष्ट्रपति उम्मीदवार का भी चयन करता हैं।

तीसरा चरण

इसमें आम लोग वोट करते है.आम चुनावों में अमेरिका के हर राज्य के लोग राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए वोट करते हैं। उम्मीदवारों के नाम वोटिंग मशीन पर इस समय तक छप जाते हैं। दूसरी ओर छोटे राजनीतिक दलों और निर्दलीयों के पास राष्ट्रीय सम्मेलन की छूट नहीं होती, लेकिन वे पात्रता आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद चुनाव में खड़े हो सकते हैं। जब लोग राष्ट्रपति के लिए वोट कर रहे होते है तब वास्तव में वे अपने  पसंद के इलेक्टर को चुन रहे होते है।

चौथा चरण

अमेरिका में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में लोग सीधे भाग नहीं लेते है. बल्कि उन्हें  इलेक्टोरल कॉलेज  के जरिये उम्मीद वार का चयन करना होता है.इलेक्टोरल कॉलेज वो प्रक्रिया है, जिसमें प्रत्येक राज्य के निर्वाचक या प्रतिनिधि यह निर्धारित करते हैं कि राष्ट्रपति कौन होगा। प्रत्येक राज्य को उसकी जनसंख्या के आकार के आधार पर निर्वाचकों की संख्या दी जाती है।

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