Trump-Putin Alaska Summit : आज शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस के अलास्का पहुंचे हैं। ट्रंप रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाक़ात कर रहें हैं। ऐसे में सभी की निगाहें अलास्का पर टिकी हैं। अलास्का एक ऐसा स्थान है जो रूसी इतिहास से जुड़ा है। अलास्का को 1800 के दशक के मध्य में अमेरिका को गलती से बेच दिया गया था। अमेरिका की नई सरकार बनने के बाद आज पहली बार अलास्का के एंकोरेज स्थित ज्वाइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन परिसर में डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन की मुलाक़ात हो रही है। यह बैठक यूक्रेन युद्ध पर विराम लगाने की मंशा से हो रही है।
मिलने से पहले ट्रंप ने दी रूस को चेतावनी
डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने से पहले मुलाक़ात का लक्ष्य तय कर दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि पुतिन यूक्रेन पर एक समझौते पर सहमत हो सकते हैं, जबकि क्रेमलिन ने संकेत दिया है कि वार्ता के दौरान कुछ शर्तों पर सहमति बन सकती है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुतिन युद्ध समाप्त करने से इनकार करते हैं तो मास्को के लिए “बहुत गंभीर परिणाम” होंगे।
युद्धविराम से रूस को होगा फायदा – ट्रंप
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह मुलाक़ात ऐसे समय में हो रही है जब पुतिन पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण बढ़ते आर्थिक दबाव का सामना कर रहे हैं और ट्रंप एक वैश्विक शांतिदूत के रूप में अपनी साख को मज़बूत करना चाहते हैं। हालांकि, विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि किसी भी संभावित युद्धविराम से रूस को भविष्य में संघर्ष को बढ़ाने की छूट मिल सकती है। रूसी सेना यूक्रेन के लगभग पांचवें हिस्से पर नियंत्रण रखती है, इसलिए प्रमुख मुद्दों में क्षेत्रीय विवाद, यूक्रेन की नाटो महत्वाकांक्षाएं और उसके सशस्त्र बलों का आकार शामिल हैं।
ट्रंप से मिलने से पहले पुतिन ने कई अहम फैसले लिए
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ अपनी महत्वपूर्ण शिखर वार्ता के लिए जाते समय रूस के सुदूर पूर्व स्थित शहर मैगाडन में रुके। मैगाडन में पुतिन ने स्थानीय अधिकारियों के साथ कई बैठकें कीं, जिनमें उन्होंने शहर की शहरी योजना पर चर्चा की और ओमेगा-सी संयंत्र का निरीक्षण किया, जो मछली के तेल का प्रसंस्करण और शोधन करता है।
पुतिन ने दिया ट्रंप को इशारा
पर्यवेक्षकों का कहना है कि प्रमुख घटनाओं से पहले जानबूझकर कम महत्वपूर्ण स्थानों पर रुकना पुतिन की एक परिचित रणनीति है, जिसका उद्देश्य आत्मविश्वास और नियंत्रण प्रदर्शित करना है। पुतिन ने ट्रंप को आकर्षित करने के लिए एक स्पष्ट इशारा भी किया, जब उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका-सोवियत सहयोग की स्मृति में एक स्मारक पर फूल चढ़ाए। जैसा कि बताया गया है, ट्रंप पहले भी रूस के सैन्य रिकॉर्ड की प्रशंसा कर चुके हैं और मास्को ने कहा है कि अमेरिकी नेता सोवियत संघ की युद्धकालीन हार से “बेहद प्रभावित” थे।
ट्रंप ने कहा – रूस को डिबेट टेबल पर लाना है
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि अलास्का की उनकी यात्रा का उद्देश्य यूक्रेन शांति समझौता कराना नहीं, बल्कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को वार्ता की मेज पर लाना है। अलास्का रवाना होने से पहले उन्होंने संवाददाता से कहा, “मैं यहां यूक्रेन के लिए बातचीत करने नहीं आया हूं।” उन्होंने कहा कि वे शांति समझौते के तहत यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिबद्धता जताने से इनकार कर दिया तथा इस बात पर जोर दिया कि इस मुद्दे पर यूरोप को आगे आना होगा।