डीएफओ ने बताया कि यह प्रणाली एक देश एक टीपी पर आधारित है. जिसकी मदद से लोगों को अब आसानी से ऑनलाइन टीपी की सुविधा मिलेगी। निजी जमीन, सरकारी डिपो, निजी डिपो से लकड़ी और बांस के राज्यीय और अंतर-राज्यीय परिवहन के लिए टीपी की निगरानी और रिकॉर्ड रखने में भी मदद मिलेगी।
रीवा में लकड़ी के परिवहन के लिए NTPS यानी नेशनल ट्रांजिट पास सिस्टम लागू कर दिया गया है. डीएफओ अनुपम शर्मा बताया कि परिवहन को सरल बनाने और उसमे पारदर्शिता लाने के लिए इस प्रणाली को लागू किया गया है. आने वाले 3 महीनो तक ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीकों से टीपी जारी की जाएगी। वहीं अगस्त महीने से रीवा में टीपी केवल ऑनलाइन ही जारी की जाएगी।
डीएफओ ने बताया कि यह प्रणाली एक देश एक टीपी पर आधारित है. जिसकी मदद से लोगों को अब आसानी से ऑनलाइन टीपी की सुविधा मिलेगी। निजी जमीन, सरकारी डिपो, निजी डिपो से लकड़ी और बांस के राज्यीय और अंतर-राज्यीय परिवहन के लिए टीपी की निगरानी और रिकॉर्ड रखने में भी मदद मिलेगी।
क्या खास है NTPS में?
- यह वेब पोर्टल के साथ-साथ मोबाईल एप्लिकेशन के रूप में भी उपलब्ध है.
- इससे ऑनलाइन ट्रांजिट परमिट (TP) या अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन जमा हो सकेंगे।
- ई-भुगतान प्रणाली TP डाउनलोड करने से पहले भुगतान भी ऑनलाइन किया जा सकता है.
NTPS के फायदे
- टीपी बनवाने के लिए वन विभाग कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
- किसानों और व्यापारियों को बार-बार वन विभाग की जांच चौकियों पर रोका नहीं जाएगा।
- रग्रोफ़ोरेस्ट गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
- ट्रांसपोर्ट खर्च और समय की भी बचत होगी। किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।