Pimpri-Chinchwad floods: मुंबई और पुणे में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पवना और मुलशी डैम से पानी छोड़े जाने के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, 21 अगस्त से महाराष्ट्र में बारिश की तीव्रता कम होने की उम्मीद है।
Pimpri-Chinchwad floods: मुंबई और आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को ठप कर दिया है। जगह-जगह जलभराव और लोकल ट्रेनों के प्रभावित होने से शहर की रफ्तार रुक गई है। पुणे के पिंपरी-चिंचवाड़ में पवना और मुलशी डैम से पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।
पिंपरी-चिंचवाड़ में राहत कार्य तेज
पिंपरी-चिंचवाड़ नगर निगम (PCMC) के अनुसार, 340 परिवारों के 1,127 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। भटनागर, कीवले, केशवनगर और पिंपल गुरव जैसे निचले इलाकों में बाढ़ का असर सबसे ज्यादा है। पांच राहत शिविरों में लोगों को आश्रय, भोजन, पानी और चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। नगर आयुक्त शेखर सिंह ने शिविरों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। प्रशासन ने लोगों से केवल उबला या फ़िल्टर किया हुआ पानी पीने की सलाह दी है।
डैम से पानी छोड़ने से बढ़ा खतरा
बुधवार सुबह तक मुलशी डैम से 22,700 क्यूसेक और पवना डैम से 11,690 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। खड़कवासला डैम से भी 39,000 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
मुंबई में बारिश से राहत की उम्मीद
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 21 अगस्त को मुंबई उपनगर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और पालघर में येलो अलर्ट जारी किया है। गुरुवार से बारिश की तीव्रता में कमी आई है। मौसम विभाग के अनुसार, मराठवाड़ा में हल्की बूंदाबांदी और दक्षिण महाराष्ट्र में मध्यम बारिश की संभावना है।
प्रशासन का अलर्ट
प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। डॉक्टरों की टीमें स्वास्थ्य जांच कर रही हैं, और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।