इन हस्तियों ने गवाई चॉपर हादसे में अपनी जान

LIVE: Iran’s President Raisi

Ebrahim Raisi Live: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी समेत नौ लोगों को ले जा रहा चॉपर जहां क्रैश हुआ, वहां पर मलबा मिलने के बाद इब्राहिम रईसी के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। उनका हेलीकॉप्टर ( Helicopter ) कल अचानक गायब हो गया था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस चॉपर हादसे में कोई भी जिंदा नहीं बचा है। ईरान के सरकारी मीडिया आउटलेट्स ने ये जानकारी वहां के अफसरों के हवाले से दी। दुर्घटना के बाद मौके से लोकेशन का पता चला और वहां मलबा मिला। भारत में भी ऐसे नेता रहे हैं, जो हेलीकॉप्टर हादसे में अपने प्राण गंवा चुके हैं।

इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी का विमान 23 जून, 1980 को दिल्ली में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वे अपना विमान खुद उड़ा रहे थे।

कांग्रेस के अग्रणी नेताओं में शुमार किया जाता था। उनकी गिनती उन नेताओं में की जाती थी जो कमोबेश युवा थे और लोगों के बीच लोकप्रिय थे। उनका निधन भी 30 सितंबर 2001 को हेलीकॉप्टर हादसे में हुआ था। हम बात कर रहे हैं माधव राजे सिंधिया की, वे गुना से नौ बार सांसद चुने गए थे। 1971 में उन्होंने जन संघ के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हाल ही में उनकी पत्नी माधवी राजे सिंधिया का निधन हुआ है.

ओपी जिंदल की मौत हेलिकॉप्टर दुर्घटना में हुई थी। 31 मार्च 2005 को उत्तर प्रदेश में हेलिकॉप्टर क्रैश में उनका निधन हो गया था। उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री स्व. चौधरी बंसीलाल के बेटे चौधरी सुरेंद्र सिंह भी थे, वो भी हादसे में मारे गए थे। इस दुर्घटना के दौरान, हेलिकॉप्टर का इंजन फेल हो गया था, लेकिन ओपी जिंदल नेघबराए नहीं। उन्होंने पायलट से कहा कि हेलिकॉप्टर को लैंड करवा दें। इस दौरान, हेलिकॉप्टर हिलने लगा और चौधरी सुरेंद्र सिंह का हार्ट फेल हो गया। यह हादसा भारतीय राजनीति के इतिहास में एक दुखद घटना रही।


तत्कालीन लोक सभा स्पीकर जीएमसी बालयोगी की मौत भी हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से हो गई थी। 3 मार्च 2002 को, आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के कैकलूर में एक बेल 206 हेलीकॉप्टर की दुर्घटना में बालयोगी की मृत्यु हो गई थी। भीमावरम से लौटने के बाद हेलिकॉप्टर की ऊंचाई कम होने लगी। विजयवाड़ा से 100 किमी दूर मंडावल्ली मंडल के कोव्वाडालंका गांव में रोटर ने क्षेत्र के कई नारियल पेड़ों से टकरा गया। इस हादसे में स्पीकर बालयोगी, उनके सुरक्षा अधिकारी डी. सत्य राजू और पायलट कैप्टन जीबी मेनन की मौके पर ही मौत हो गई।

वाईएसआर के नाम से प्रसिद्ध आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री येदुगुरी संदिंती राजशेखर रेड्डी का हेलीकॉप्टर 2 सितंबर 2009 को नल्लामल्ला के जंगलों में लापता हो गया था। अगले दिन 3 सितंबर को करनूल से कुछ दूरी पर स्थित रूद्रकोंडा की पहाड़ी पर उनका क्षत-विक्षत शव मिला। रेड्डी के साथ हेलीकॉप्टर से जा रहे चार अन्य लोगों की भी इस हादसे में मौत हो गई थी। उनके लापता हेलीकॉप्टर की तलाश के लिए भारत का सबसे बड़ा खोज अभियान चला गया, जिसमें वायुसेना के कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमान और थर्मल इमेजिंग प्रणाली से लैस सुखोई 30 एमकेआई विमान भी शामिल थे।

8 दिसंबर, 2021 को भारतीय रक्षा इतिहास में एक दुखद घटना हुई, जब भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 अन्य सैन्य अधिकारियों का तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर हादसे में निधन हो गया। जनरल रावत, जो उस समय 63 वर्ष के थे, हेलिकॉप्टर MI-17V5 से वेस्टर्न कमांड के मुख्यालय उधमपुर से वेल्लिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। हेलीकॉप्टर कुन्नूर के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिसमें बिपिन रावत शहीद हो गए.

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