Japan Airport Bomb Explosion : जापान के एयरपोर्ट पर अचानक हुआ ब्लास्ट, फटा अमेरिकी बम, 80 से ज्यादा उड़ानें रद्द।

Japan Airport Bomb Explosion : जापान के एयरपोर्ट पर बुधवार को द्वितीय विश्व युद्ध के समय का एक अमेरिकी बम अचानक फट गया। इससे पूरे एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मच गई। विस्फोट के कारण टैक्सीवे में बड़ा गड्ढा हो गया है। इसके कारण 80 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। जापान के भूमि एवं परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि यह विस्फोट अचानक हुआ।

यह अचानक क्यों हुआ विस्फोट ? Japan Airport Bomb Explosion

अधिकारियों ने बताया कि सेल्फ डिफेंस फोर्सेज और पुलिस की जांच में पता चला है कि विस्फोट 500 पाउंड के अमेरिकी बम से हुआ था। हालांकि, फिलहाल कोई खतरा नहीं है। मामले की जांच की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि अचानक विस्फोट किस वजह से हुआ।

विस्फोट के बाद 80 से ज्यादा उड़ानें रद्द | Japan Airport Bomb Explosion

एक एविएशन स्कूल से रिकॉर्ड किए गए वीडियो में यह हादसा देखा गया है। विस्फोट के कारण डामर के टुकड़े हवा में फव्वारे की तरह उछलते नजर आ रहे हैं। जापानी मीडिया के मुताबिक, प्रसारित वीडियो में टैक्सीवे में गहरा गड्ढा दिखाई दे रहा है। इसके तुरंत बाद जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने कहा कि एयरपोर्ट पर 80 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। इसके बाद उन्होंने बताया कि एक दिन बाद ऑपरेशन फिर से शुरू होगा।

70 से 80 हजार लोगों ने हादसे में गंवाई अपनी जान।

जापान ने विश्व युद्ध के दौरान हथियार नहीं डाले। हारने के बावजूद उसने हार नहीं मानी। इसके बाद 6 अगस्त 1945 को अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा शहर के ऊपर से उड़ान भरी और एक बमवर्षक विमान से परमाणु बम गिराया। इस बम का नाम लिटिल बॉय था। यह बम शहर से 600 मीटर ऊपर फटा। इस विस्फोट के कारण 70 से 80 हजार लोगों की जान चली गई। हालांकि, तीन दिन बाद 9 अगस्त 1945 को अमेरिका ने नागासाकी पर दूसरा परमाणु बम ‘फैट मैन’ गिराया।

बम विस्फोट का वीडियो तेजी से हो रहा वायरल। Japan Airport Bomb Explosion

दक्षिण-पश्चिमी जापान के मियाजाकी एयरपोर्ट पर जब विस्फोट हुआ, तब आसपास कोई विमान नहीं था। अधिकारियों ने बताया कि जांच में पुष्टि हुई है कि विस्फोट 500 पाउंड के अमेरिकी बम से हुआ था और अब कोई खतरा नहीं है। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि अचानक विस्फोट का कारण क्या है। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है।

वैज्ञानिक इस विस्फोट को क्यों नहीं रोक पाए?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मियाज़ाकी एयरपोर्ट को 1943 में नौसेना के उड़ान प्रशिक्षण क्षेत्र के तौर पर बनाया गया था, जहां से कई पायलट अमेरिकी सेना से निपटने के लिए उड़ान भरते थे। कुछ पायलट आत्मघाती हमलों के लिए भी यहां से उड़ान भरते थे। जिस पूरे इलाके में एयरपोर्ट बना है, वहां दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी सेना द्वारा गिराए गए कई जिंदा बम मिले हैं। अब पूरा जापानी इकोसिस्टम इस बात की व्यवस्था करने में लगा हुआ है कि ऐसा दोबारा न हो।

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