बल्देवगढ़। एमपी के टीकमगढ़ जिले में 65 साल के बुजूर्ग का शव अंतिम संस्कार के लिए तकरीबन 23 घंटे तक घर में रखा रह गया। जानकारी के तहत बल्देवगढ के तालमऊ गांव निवासी 65 साल के चिन्ना अहिरवार की मौत हो गई थी। उसके मौत की जानकारी लगने पर चिन्ना का बेटा राजू अहिरवार अपनी पत्नी और बच्चो के साथ गांव आया हुआ था। उसे जब पता चला कि उसकी बहन देवपुर गावं निवासी सुनीता ने दो एकड़ जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करा ली थी। जिस पर राजू यह कहते हुए पिता का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया कि जिसने जमीन ली है अब वही अंतिम संस्कार करें।
जमीन के बटवारे के बाद सुलझा मामला
चिन्ना अहिरवार के अंतिम संस्कार को लेकर घर में उपजे विवाद के बीच गांव के लोग एकत्रित हुए राजू और उसकी बहन को समझाइस दिए। जिसके तहत चिन्ना अहिरवार के दो एकड़ जमीन से एक एकड़ की जमीन गांव के लोगो बेटा राजू को दिलवाया और एक एकड़ जमीन बहन को दिया गया। जिसके बाद राजू ने पिता का अंतिम संस्कार किया।
पीएम सम्मान निधि बंद होने पर हुई जानकारी
मीडिया खबरों के तहत चिन्ना अहिरवार को जमीन के चलते पीएम सम्मान निधि मिल रही थी। उसे जब पीएम सम्मान निधि के रूपए आने बंद हो गए तब उसे पता चला कि उसकी जमीन को बेटी ने अपने नाम रजिस्ट्री करा ली है। बताते है कि इससे चिन्ना को सदमा लग गया और अंततः उसकी मौत हो गई।