Jammu and Kashmir: चुनावी रैलियों में हमले की फिराक में छिपे हैं आतंकी

LASHKAR-E-TAIYABA

सूत्रों के अनुसार एजेंसियों ने हाल ही में एक सैटेलाइट फोन से हो रही बातचीत को इंटरसेप्ट किया था. इससे पता चला कि कश्मीर पहुंच चुके जुनैद ने अपनी स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गों को 31 मार्च को कुलगाम के गांव नौबल में आतंकी के घर बुलाया था। तब बड़े बगीचे में स्लीपर सेल से जुड़े 6 लोग मौजूद थे. हालांकि उनकी पहचान नहीं हो सकी. इस मीटिंग की सूचना गृह मंत्रालय को दी गई. इसके बाद कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है.

जम्मू-कश्मीर में चुनाव से पहले शांति भंग करने और आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठन साजिश रच रहे हैं. इस मंसूबे को लेकर लश्कर-ए-तैयबा कमांडर जुनैद अहमद बट कुलगाम में छिपा है. भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों को पता लगा है कि आने के बाद उसने स्लीपर सेल के गुर्गों के साथ बैठक भी की है.

अलर्ट हुईं सुरक्षा एजेंसियां

सूत्रों के अनुसार एजेंसियों ने हाल ही में एक सैटेलाइट फोन से हो रही बातचीत को इंटरसेप्ट किया था. इससे पता चला कि कश्मीर पहुंच चुके जुनैद ने अपनी स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गों को 31 मार्च को कुलगाम के गांव नौबल में आतंकी के घर बुलाया था। तब बड़े बगीचे में स्लीपर सेल से जुड़े 6 लोग मौजूद थे. हालांकि उनकी पहचान नहीं हो सकी. इस मीटिंग की सूचना गृह मंत्रालय को दी गई. इसके बाद कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है.

भाजपा की रैली पर ज्यादा खतरा

सूत्रों का कहना है कि ख़ुफ़िया एजेंसियों को यह भी पता चला है कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ने स्लीपर सेल को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी रैलियों पर हमले की योजना बनाई है. कश्मीर में विशेष रूप से भाजपा की रैलियों को निशाना बनाए जाने की आशंका है. जिसके बाद से कुलगाम और उसके आसपास होने वाली चुनावी रैलियों के लिए खासतौर पर सुरक्षा एजेंसियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

पकड़ में आने से पहले ही भाग निकला था जुनैद

सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय के निर्देश पर कश्मीर पुलिस, BSF और NIA की टीमें मिलकर लश्कर आतंकी जुनैद अहमद और उसके साथियों की तलाश कर रही है. इनपुट पर BSF के जवानों ने नौबल के आधा दर्जन संदिग्धों के घरों में तलाशी ली. आतंकी जुनैद व उसके साथी इससे पहले ही वहां से भाग निकले। पर सुरक्षा बलों को ऐसे दस्तावेज मिले हैं, इस ओर इशारा करते हैं कि इस बार आतंकी संगठन सियासी रैलियों पर आतंकी हमले जैसी कोई साजिश रच रहा है.

रक्षामंत्री के ने हाल ही में दिया था पाकिस्तान पर अपना बयान

केंद्रीय सुरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 5 अप्रैल को कहा था कि अगर आतंकवादी भारत में शांति भंग करने या आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा। अगर वे पाकिस्तान भाग जाते हैं, तो भारत उन्हें मारने के लिए पड़ोसी देश में घुस जाएगा।

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