Swami Prasad Maurya Slapped : उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में बुधवार को RSSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य गोल चौराहे पर पहुंचे थे। यहां समर्थक फूल-माला पहनाकर उनका स्वागत कर रहे थे। इसी बीच एक युवक भी स्वामी प्रसाद मौर्य का स्वागत करने लगा और उन्हें फूलों का माला पहनाया। मगर, युवक ने पहले तो मंत्री जी को माला पहनाया और पीछे से सिर पर तमाचा जड़ दिया। थप्पड़ कांड के बाद समर्थकों ने युवक को पकड़ लिया और लात-घूंसों से उसकी पिटाई कर दी। जिससे युवक घायल हो गया। वहीं अब स्वामी आनंद स्वरूप ने युवक की तारीफ करते हुए उसे 51,000 रुपये का इनाम देने का एलान किया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य को थप्पड़ मारने वाले को इनाम
दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य पर हुए हमले के बाद शंकरचार्य परिषद के अध्यक्ष और शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप ने आरोपी रोहित द्विवेदी की तारीफ की और उसे 51,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की। स्वामी आनंद स्वरूप ने सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर कई पोस्ट किए, जिनमें उन्होंने रोहित द्विवेदी को ‘पराक्रमी नौजवान’ बताया।
स्वामी आनंद स्वरूप ने युवक के साहस की तारीफ की
स्वामी आनंद स्वरूप ने अपनी पोस्ट में लिखा कि रामचरित मानस को फाड़ने वाले ‘धर्म-द्रोही’ स्वामी प्रसाद मौर्य को किसी बहादुर नौजवान ने थप्पड़ मारा है। उन्होंने रोहित द्विवेदी को ‘पराक्रमी ब्राह्मण’ कहते हुए उस पर गर्व जताया और उसकी मां को भी सलाम किया। उन्होंने इस घटना की तुलना चंद्रशेखर आजाद से की। एक और पोस्ट में उन्होंने रोहित द्विवेदी के साथ शिवम यादव को भी ‘धर्म योद्धा’ कहा और कहा कि ‘कृष्ण और सुदामा’ की इस जोड़ी ने स्वामी प्रसाद को चेतावनी दी है।
पुलिस ने युवक को किया गिरफ्तार
पुलिस ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला करने वाले रोहित कुमार द्विवेदी और शिवम यादव को गिरफ्तार कर लिया है। रोहित द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने यह हमला इसलिए किया क्योंकि स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार सनातन धर्म और ब्राह्मणों के खिलाफ बयान देते रहते हैं। रोहित ने खुद को करणी सेना का सदस्य बताया है।
कौन हैं स्वामी आनंद स्वरूप?
स्वामी आनंद स्वरूप शंकाराचार्य परिषद के अध्यक्ष और शांभवी पीठाधीश्वर हैं। वे पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। प्रयागराज महाकुंभ में उन्होंने कहा था कि अगर भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बना तो एक दिन इसका फिर से विभाजन हो जाएगा।उन्होंने यह भी कहा था कि बी.आर. अंबेडकर नहीं, बल्कि बी.एन. राव भारत के असली संविधान निर्माता हैं, क्योंकि उन्होंने ही संविधान का शुरुआती मसौदा तैयार किया था।
यह भी पढ़े : Uttarkashi Cloudburst : क्या सच में फटते हैं बादल? क्यों पहाड़ों में आती हैं आसमानी आपदाएं…