Shot himself while making a reel: सतना। सोशल मीडिया पर रील बनाने का शौक एक युवक को इतना महंगा पड़ा कि उसने नशे में लोडेड देसी कट्टे से खुद के बाएं हाथ में गोली मार ली। फिर बचने के लिए पुराने विरोधी पर झूठा फायरिंग का केस ठोंक दिया। लेकिन नागौद पुलिस ने 24 घंटे के अंदर पूरी साजिश का पर्दाफाश कर चार आरोपियों को जेल भेज दिया। मामला 14 नवंबर का है। पन्ना जिले के पवई थाना क्षेत्र के रहने वाला समीर सौदागर उम्र करीब 25 वर्ष इन दिनों नागौद में किराए का मकान लेकर रह रहा था।
उस रात समीर अपने दोस्तों राजाबाबू ताम्रकार, हिमांशु यादव, संजय बेलदार, प्रदीप प्रजापति और दिल्लू मुसलमान के साथ शराब पीकर कार में घूम रहा था। रील बनाने के चक्कर में समीर ने लोडेड देसी कट्टा निकाला और लहराते हुए ट्रिगर दबा दिया। गोली उसके बाएं हाथ में जा धंसी। डर के मारे समीर ने साथियों के साथ मिलकर योजना बनाई कि पुरानी रंजिश के नाम पर निशांत नाम के युवक और उसके दो साथियों पर फायरिंग का झूठा केस दर्ज करा दिया जाए।
अस्पताल पहुंचकर समीर ने यही कहानी पुलिस को सुनाई।पुलिस ने जब छानबीन शुरू की तो पता चला कि निशांत पिछले कई महीनों से पुणे में रह रहा है। शक गहराने पर पुलिस ने समीर के साथियों पर दबिश दी। पूछताछ में हिमांशु यादव, संजय बेलदार और प्रदीप प्रजापति टूट गए और सच उगल दिया। तीनों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
गुरुवार को अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही मुख्य आरोपी समीर सौदागर को भी पुलिस ने धर दबोचा और जेल भेज दिया।फरार चल रहे राजाबाबू ताम्रकार और दिल्लू मुसलमान की तलाश जारी है। पुलिस ने देसी कट्टा और कार्ट्रिज भी बरामद कर लिया है।थाना प्रभारी नागौद ने बताया कि रील के चक्कर में जान जोखिम में डालने और झूठी कहानी गढ़ने के आरोप में सभी के खिलाफ आर्म्स एक्ट व साजिश की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
