Shiv Sena leader blackened civil surgeon’s face: सीधी जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की कथित अव्यवस्था को लेकर एक बड़ा और चौंकाने वाला विवाद सामने आया है। सोमवार को शिवसेना के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष ने जिला अस्पताल के सिविल सर्जन (CS), डॉ. एस.बी. खरे, के चेहरे पर कालिख पोत दी।
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घटना के बाद आत्मसमर्पण
यह घटना हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित एक निजी नर्सिंग होम के पास तब हुई, जब सिविल सर्जन डॉ. खरे अपने घर से क्लीनिक की ओर जा रहे थे। शिवसेना नेता मनीष ने इस पूरी घटना को स्वयं अपने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड किया। घटना को अंजाम देने के तुरंत बाद, मनीष सीधे थाने पहुंचे और आत्मसमर्पण कर दिया।
जिला अस्पताल अव्यवस्था का विरोध
थाने के बाहर बयान देते हुए शिवसेना नेता मनीष ने अपने इस विरोध प्रदर्शन का कारण स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य व्यक्तिगत रूप से किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं, बल्कि जिला अस्पताल की गिरती व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाना था। उन्होंने घटना से पहले कलेक्ट्रेट में सिविल सर्जन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा कि “मेरा उद्देश्य जिला अस्पताल की खराब व्यवस्था, सेवाओं में गिरावट और आम जनता की निजी नर्सिंग होम पर बढ़ती निर्भरता के खिलाफ आवाज उठाना था।” उन्होंने दावा किया कि प्रशासन को पहले ही इस विरोध प्रदर्शन की सूचना दी गई थी।
स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल
यह घटना सीधी जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में कथित लापरवाही और अव्यवस्था को लेकर जनता के बीच पनप रहे असंतोष को उजागर करती है। एक ओर जहां शिवसेना नेता पर सिविल सर्जन पर हमला करने का मामला दर्ज किया जाएगा, वहीं दूसरी ओर यह घटना जिला अस्पताल की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
