rice dhoda that wins every heart – भारतीय रसोई में हर क्षेत्र की अपनी खास रेसिपी होती है, जो वहां की संस्कृति, स्वाद और पारंपरिक विरासत को दर्शाती है। सिंधी व्यंजनों में ऐसा ही एक पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन है, चावल का ढोडा, जिसे सिंधी पराठा भी कहा जाता है। यह डिश चावल के आटे से बनाई जा सकती है और खास बात यह है कि इसमें स्वाद, कुरकुरापन और सेहत का बेहतरीन तालमेल देखने को मिलता है। नाश्ते, लंच या सफ़र में पैक करने के लिए यह पराठा एक परफेक्ट ऑप्शन है। आइए जानें इसकी आसान और स्वादिष्ट रेसिपी।
सिंधी चावल का ढोंढा बनाने की आवश्यक सामग्री
- चावल का आटा – 2 कप
- गेहूं का आटा – 1/2 कप
- बारीक कटी प्याज़ – 1
- हरी मिर्च – 1-2 (बारीक कटी)
- हरा धनिया – 2 टेबलस्पून
- लाल मिर्च पाउडर – ½ टीस्पून
- हल्दी पाउडर – ¼ टीस्पून
- अजवाइन – ¼ टीस्पून
- नमक – स्वादानुसार
- तेल – सेंकने के लिए
सिंधी चावल का ढोंढा बनाने की विधि
मिश्रण तैयार करें – एक बड़े बाउल में चावल व गेहूं मिक्स करें उसमें प्याज़, हरी मिर्च, धनिया, मसाले और नमक मिलाएं। थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए एक सख्त आटा गूंध लें कुछ देर के लिए रेस्ट करने छोड़ दें। कुछ देर बाद गूंधे हुए आटे की लोइयां बनाएं और बेलन से पराठा बेलें। ज़रूरत हो तो थोड़ा आटा छिड़कर गरम तवे पर पराठा रखें और दोनों तरफ से तेल लगाकर सुनहरा और कुरकुरा होने तक सेंकें। विशेष यह कि इस ढोढा परांठा को गरम ही खाएं, वर्ना स्वाद नहीं लगेगा।
खास तरह से ऐंसे परोसें – तैयार चावल का ढोडा, आलू-मटर-टमाटर से बेस्ट लगता है। जबकि दही, अचार या टमाटर की चटनी के साथ गरमा गरम परोसें।
स्पेशल टिप्स
इस पराठे को ताजे बनाएं हुए चावल को आटे में साइन कर भी बनाया जा सकता है, जबकि केवल चावल के आटे से बनाएं तो चावल का आटा और सभी सब्ज्याजियां ,नमक डालकर रखें फिर खानें वालों के अनुसार गर्म पानी से तुंरत एक एक परांठे का आंटा सानें और पराठे सेंक कर फैमिली मेंबर्स को सर्व करें ये अच्छा रहता है। आप इसमें कद्दूकस की हुई गाजर, पत्ता गोभी या मेथी भी मिला सकते हैं, स्वाद और पोषण दोनों बढ़ जाते हैं। तवे की जगह इसे धीमी आंच पर मिट्टी की तवा या लोहे की तवे पर सेंका जाए तो और ज़्यादा स्वादिष्ट बनता है।
विशेष – चावल का ढोडा सिर्फ एक पराठा नहीं बल्कि सिंधी खानपान की सादगी और रचनात्मकता का एक बेहतरीन उदाहरण है। यह स्वाद, पोषण और घरेलू किफ़ायत – तीनों का शानदार मेल है। जब भी घर में बचे हुए चावल हों और कुछ अलग, देसी और लाजवाब बनाने का मन हो तो चावल का ढोडा जरूर आज़माएं।